रायबरेली। उत्तर प्रदेश के रायबरेली में पुलिस इस कद्र निष्क्रिय हो गई है कि अब मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद फरियादियों को न्याय मिल पा रहा है। गुरुवार को सलोन कोतवाली क्षेत्र के पूरे गड़रियन मजरे बरवलिया गांव में एक समुदाय द्वारा दूसरे समुदाय पर किये गए हमले के मामले में सीएम के निर्देश के बाद हरकत में आई। सीएम ने आरोपियों के विरुद्ध एनएसए की कार्यवाही के भी निर्देश दिए। इसके बाद आईजी खुद मौके का मुआयना करने के लिए यहां पहुंची।
गुरुवार को जिले के सलोन तहसील के पूरे गड़रियन मजरे बरवलिया गांव में विशेष समुदाय के युवकों ने दूसरे समुदाय की एक युवती के साथ छेड़छाड़ व छींटाकशी की। इसकी जानकारी जब दूसरे समुदाय के लोगो को हुई तो दोनो आमने सामने हो गए मामला तूल पकड़ लिया।
ग्राम प्रधान राम नरेश पाल को जब पता चला वो मौके पर पहुंचे बीच बचाव किया लेकिन दूसरे समुदाय की ओर से आरिफ, वारिफ, इस्माइल, जुबैर, वसीम, जान मोहम्मद, सलमान, मारूफ, हाशिम व अन्य तीन युवकों ने उनपर चाकू से हमला बोल दिया। कुछ और लोगो ने भी बीच बचाव किया तो हमलावरों ने उन पर भी हमला कर दिया। जिससे एक युवती व कुछ ग्रामीण भी घायल हो गए।
सीएम के संज्ञान लेते हुए मामले में आई तेजी
मामले की सूचना मिलते ही मौके पर कई थानों की पुलिस पहुंच गई और दोनों समुदायों को शांत कराया। ग्राम प्रधान राम नरेश की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। आज मामले का संज्ञान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लेते हुए आरोपियों पर एनएसए की कार्यवाही करने की बात कही तो मामले में पुलिस ने तेजी दिखाई।
मामले की जांच के लिए आईजी लक्ष्मी सिंह खुद सलोन के बरवलिया गांव पहुंची। पुलिस लाइन में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मामले की जांच के लिए मौके पर जा रही है और जो भी जांच में दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। इसके बाद प्रथम दृश्या जांच में दोषी पाए जाने पर उन्होंने सलोन कोतवाली के इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया।