मुजफ्फरनगर। छत्तीसगढ़ में सुकमा के IED ब्लास्ट में शहीद CRPF के असिस्टेंट कमांडेंट विकास सिंघल का पार्थिव शरीर मंगलवार को उनके पैतृक गांव मुजफ्फरनगर के पचेंडा लाया गया। यहां अंतिम दर्शन के बाद जब एक साल के बेटे ने मां की गोद से पिता के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी तो सभी की आंखें नम हो गई।
लोग विकास के अमर होने का घोष करने लगे। शहीद की पत्नी पान सिंघल ने कहा- ” मेरे पति ने अपनी जान गंवाकर अपने 12 साथियों की जिंदगी बचाई है। सरकार भले ही मुआवजा दे रही है, लेकिन विकास की भरपाई नहीं होगी। मैं चाहती हूं कि CRPF मुझे मौका दे। मैं छत्तीसगढ़ में अपने पति की पोस्ट पर जाकर नक्सलवाद के खिलाफ जंग लड़ूंगी। पति की शहादत का बदला लूंगी।’
गन्ना मंत्री ने सरकार की तरफ से दिया 50 लाख का चेक
इस दौरान UP सरकार की तरफ से गन्ना मंत्री सुरेश राणा, कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल के अलावा DM सेल्वा कुमारी और SSP अभिषेक यादव ने शहीद को श्रद्धांजलि दी। सुरेश राणा ने सरकार की तरफ से 50 लाख का चेक परिवार को सौंपा। अंतिम यात्रा में लोगों को हुजूम उमड़ पड़ा। लोगों ने विकास कुमार को नमन किया।
2010 में भर्ती हुए थे विकास
नई मंडी थाना क्षेत्र के गांव पचेंडा कला निवासी विकास सिंघल 2010 में CRPF में भर्ती हुए थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव पचेंडा कलां से करने के बाद मुजफ्फरनगर के देव इंटर कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की थी। विकास ने 3 वर्ष तक देव इंटर कॉलेज में बतौर प्रोफेसर के पद पर तैनात रहे। उसके बाद उन्होंने भारतीय सेना में जाने का फैसला लिया था। वर्तमान में उनकी तैनाती छत्तीसगढ़ के सुकमा में थी।
विकास सिंघल ने 10 वर्ष पूर्व मुजफ्फरनगर निवासी एक युवती से प्रेम विवाह किया था। उनके एक साल का बेटा और 4 वर्षीय बेटी है। छह माह पहले विकास छुट्टी पर घर आए थे। एक माह परिवार के साथ वक्त बिताकर अपनी पोस्ट पर लौट गए थे। पिता वीरेंद्र सिंघल मुजफ्फरनगर के दतियाना इंटर कॉलेज में शिक्षक के पद पर तैनात हैं।
रविवार को IED ब्लास्ट के दौरान हुए थे घायल
208वीं कोबरा बटालियन के डिप्टी कमांडेंट विकास कुमार सिंघल रविवार को किस्टाराम थाना इलाके में सर्चिंग पर निकले थे। सुकमा के गांव कांसाराम के पास एक नाले के करीब उन्हें कुछ संदिग्ध वस्तु दिखा। जांच में पता चला कि वहां नक्सलियों ने IED लगाया है। वे IED को डिफ्यूज करने में जुट गए। इस दौरान बम फट गया और हादसे में वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें इलाज के लिए रायपुर लाया गया था। जहां उनकी मौत हो गई।