मेरठ। कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति उत्तर प्रदेश में लगातार भयावह होने के जिम्मेदार तब्लीगी जमात के लोग सुधरने को जरा भी तैयार नहीं हैं। क्वारंटाइन के दौरान मेडिकल स्टॉफ से अभद्रता करने वाले जमाती पॉजिटिव होने के बाद भी अस्पताल से भाग रहे हैं। अब तो तय होने लगा है कि यह समाज को भी संक्रमित करने में लगे हैं।
देश तथा प्रदेश में लॉकडाउन के बीच बागपत के बाद मेरठ से कोरोना वायरस पॉजिटिव आइसोलेशन वार्ड से भागा है। पुलिस उसकी तलाश में लगी है। मेरठ शहर में जगह-जगह पर चेकिंग हो रही है, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में भी पुलिस इसको लेकर काफी सक्रिय है। मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज से मंगलवार को एक कोरोना पॉजिटिव जमाती तमाम सुरक्षा के बीच भी पहली मंजिल से कूदकर भाग गया है। पहले दो संक्रमित जमातियों के भागने की सूचना थी, लेकिन एक वहीं मिल गया। मेडिकल कॉलेज के आइसोलशन वार्ड में भर्ती जमाती सुबह बेड पर बिछी चादर से सहारे पहली मंजिल की खिड़की के सहारे नीचे उतरकर भाग गया। अब पुलिस छानबीन कर रही है। उसका नाम शाकिब है।
कोरोना वायरस पॉजिटिव जमाती के वार्ड के भागने की सूचना पर मेरठ पुलिस में भी खलबली मच गई। इसके बाद शहर में हर क्षेत्र के साथ ग्रामीण इलाकों में भी तलाशी तेज कर दी गई है। एसपी क्राइम भी तलाशी के अभियान में लगे हैं।
क्वारंटाइन का समय पूरा होने के बाद नामजद जमाती जाएंगे जेल
विवेचना में जिन जमातियों के खिलाफ साक्ष्य मिलेंगे, उन्हीं पर कार्रवाई की जाएगी। बाकी को क्वारंटाइन पीरियड पूरा होने के बाद छोड़ दिया जाएगा। मेरठ जोन में लॉकडाउन के दौरान जमात लेकर जाने वाले 1541 जमातियों को पुलिस ने ढूंढ निकाला है। इनमें 180 जमाती विदेशी हैं। जिले में ऐसे जमातियों की संख्या 371 है, जिनमें 20 जमाती विदेशी हैं। 10 जमाती मवाना में, नौ जमाती सरधना और एक विदेशी जमाती परतापुर में मिला था। परतापुर में विदेशी जमाती पर दर्ज किए मुकदमे को पुलिस ने खत्म कर दिया। जमातियों के खिलाफ विभिन्न थानों में पांच मुकदमे दर्ज हुए थे। एक मुकदमा खत्म होने के बाद चार रह गए हैं। सरधना और मवाना में दर्ज मुकदमों को पुलिस गंभीरता से ले रही है, क्योंकि अन्य थानों में दर्ज मुकदमों में पुलिस ने जमातियों को आरोपित बनाने के बजाय जमातियों को शरण देने वालों पर कार्रवाई की है।