मैनपुरी में पकड़ा गया फर्जी आईएएस, जानिए कैसे पुलिस की गिरफ्त में आया नटवरलाल

मैनपुरी। 25 की उम्र और इकहरे शरीर का जालसाज, पूर्व प्रमुख सचिव राजस्व बनकर डेढ़ साल से अधिकारियों को दबाव में ले रहा था। गुरुवार को उसे मैनपुरी की भोगांव पुलिस ने लखीमपुर से गिरफ्तार किया। उसके खुलासे से पुलिस हैरान रह गई। वो अब तक 40-50 आईएएस-आईपीएस को दबाव में ले चुका था। उसे जेल भेज दिया गया है।

गुरुवार को एसपी अशोक कुमार राय ने पुलिस लाइन के सभागार में बताया कि उसके कारनामों की उलटी गिनती तब शुरू हुई जब 30 मई को उसने एसडीएम भोगांव और तहसीलदार भोगांव को पूर्व प्रमुख सचिव राजस्व सुरेश चंद्रा बनकर फोन किया।

बोला, एसडीएम अपने निजी नंबर से बात कर लें
उसने फोन पर ही मैनपुरी के अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की जानकारी ली। उसने एसडीएम भोगांव से कहा कि वह एसडीएम सदर और एसडीएम करहल से कह दें कि वह अपने निजी नंबर से उनसे बात कर लें।

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शक होने पर एसडीएम ने पूर्व प्रमुख सचिव से पुष्टि की
एसडीएम और तहसीलदार को उसकी बातों पर शक हुआ तो उन्होंने पूर्व प्रमुख सचिव राजस्व सुरेश चंद्रा से संपर्क साधा और इसकी जानकारी ली। सुरेश चंद्रा ये सुनकर हैरान रह गए और कहा कि उन्होंने इस तरह का कोई फोन नहीं किया है। इसके बाद एसडीएम और तहसीलदार ने भोगांव पुलिस को आरोपी अज्ञात युवक के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करा दिया।

लखीमपुरखीरी से किया गिरफ्तार 
एसपी ने बताया कि मुकदमा दर्ज करने के बाद भोगांव पुलिस और सर्विलांस सेल की दो टीमें आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगाई गईं। पुलिस ने आरोपी का पता लगाया और उसे लखीमपुर खीरी से गिरफ्तार कर लिया। उसने अपना नाम सूरज कुमार पटेल पुत्र रामफूल निवासी मोहम्मदपुर, थाना मोहम्मदी लखीमपुर खीरी बताया।

उसके कब्जे से मोबाइल और एक सिम भी बरामद की गई है। आरोपी ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह आईएएस सुरेश चंद्रा बनकर अब तक 40-50 आईएएस, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों, आईपीएस अधिकारियों से बात करता रहा है और उन्हें दबाव में लेकर काम कराता रहा है। एसपी ने बताया कि पूछताछ के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया है।

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