– नीतीश के नेतृत्व में दो तिहाई बहुमत के साथ बिहार में फिर बनेगी एनडीए की सरकार
– सेवा ही हमारा संगठन के मंत्र के साथ हर कोरोना पीड़ित के साथ जुड़ें और सेवा करें
– भारत के राजनीतिक इतिहास में भाजपा ने किया पहली वर्चुअल रैली का आयोजन
पटना। भारत के राजनीतिक इतिहास में भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को पहली वर्चुअल रैली का आयोजन किया और इसे पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व देश के गृहमंत्री अमित शाह ने संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आत्मविश्वास के साथ जगमगाता आत्मनिर्भर भारत बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि बिहार में आने वाले समय में चुनाव है और नीतीश कुमार के नेतृत्व में फिर से दो-तिहाई बहुमत से एनडीए की सरकार बनेगी।
हालांकि उन्होंने जोर देकर कहा कि इस रैली का चुनाव से कोई संबंध नहीं है। यह चुनावी रैली नहीं है। यह वर्चुअल रैली है जनता को जोड़ने के लिए। भाजपा जनतंत्र, जनसंपर्क में विश्वास करती है और उस जनसंपर्क को बचाये रखना चाहती है। हमारा उद्देश्य देश के लोगों को जोड़ना है और कोरोना के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना है।
शाह ने कहा, मोदी जो कहते हैं, उन्होंने वह किया। हम सभी को कहना चाहते हैं कि हम लालटेन युग से एलईडी युग तक आये हैं। लूट एंड आर्डर से लॉ एंड आर्डर तक की यात्रा हमने काटी है। लाठी राज से कानून राज तक आये। जंगल राज से जनता राज तक पहुंचे हैं।
बाहुबल से विकास बल तक पहुंचे हैं और चारा घोटाले से डीबीटी तक की यात्रा नरेंद्र मोदी ने सफलता पूर्वक की है और लालू जी की पार्टी से कहना चाहते हैं कि जिस प्रकार हमने विकास का एक नया मार्ग प्रशस्त किया है इसके लिए आपके पास कोई आंकड़ा हो तो जरूर बताइएगा। उन्होंने कहा कि बिहार के अंदर, देश के अंदर मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा और एनडीए ने भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण और परिवारवाद को समाप्त किया है। जातिवादी राजनीति को हमेशा के लिए समाप्त किया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की शक्ति संगठन है। आज मोदी जी का जो आह्वान है कि जब तक कोरोना की लड़ाई चल रही है ,सेवा ही हमारा संगठन है। इस मंत्र के साथ हर कोरोना पीड़ित के साथ हम जुड़ें। इसकी सेवा में लगें। जागरूकता बनायें। और जन-जन को इस लड़ाई के साथ जोड़ने का काम करें। आने वाले दिनों में बिहार में चुनाव है। हमें भरोसा है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में दो तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनायेंगे , पर अभी समय राजनीति करने का नहीं है। हम सब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना के खिलाफ लग जायें।
जंग में जुड़ें और आत्मविश्वास से जगमगाता आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए तन-मन और धन से अनेक महीनों तक काम करने का संकल्प लें। शाह ने पूरी रैली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी की जमकर तारीफ़ की। उन्होंने कहा, कुछ लोगों को बस सियासत करनी है और हमें काम करना है और बिहार के विकास को और आगे लेकर जाना है।
शाह ने बिहार को दिए गए प्रधानमंत्री की तरफ से स्पेशल पैकेज का आज हिसाब दिया। हर विभाग के लिए प्रधानमंत्री पैकेज की तरफ से दी गई राशि का आंकड़ा पेश किया और कामों का जिक्र किया। बिहार में किए जा रहे विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि केंद्र सरकार बिहार को विकसित बनाने के लिए हर संभव मदद दे रही है।
विपक्ष पर हमला बोलते हुए शाह ने कहा कि राहुल गांधी हमेशा कहते थे कि किसानों का कर्ज माफ करो। 10 साल उनकी सरकार रही थी, तो वो दावा करते हैं कि करीब 3 करोड़ किसानों का 60 हजार करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने किसान सम्मान निधि के माध्यम से 9.5 करोड़ किसानों के बैंक खाते में 72 हजार करोड़ रुपये हर साल डालने की व्यवस्था की।
जनता कर्फ्यू भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा
शाह ने कहा कि जनता कर्फ्यू भारत के लोकतांत्रिक इतिहास के अंदर स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा कि देश के एक नेता की अपील पर कोई पुलिस बल प्रयोग किए बगैर पूरे देश ने घर के अंदर रहकर अपने नेता की अपील का सम्मान किया। लाल बहादुर शास्त्री के बाद नरेंद्र भाई मोदी पहले नेता हैं जिनके आह्वान पर पूरा देश एक हो गया। हमारा उद्देश्य देश के लोगों को जोड़ना है और कोरोना के खिलाफ एक जुटकर होकर लड़ना है।
चाहे उन्होंने थाली और घंटी बजाने को कहा, चाहे दीया जलाने को कहा, चाहे सेना के जवानों द्वारा आकाश से कोरोना वॉरियर्स पर फूल बरसाने की बात हो, ये सब पीएम मोदी की अपील ही थी। कुछ लोगों ने इसे राजनीतिक प्रोपेगेंडा कहा, मगर जो यह कह रहे हैं उनको ये मालूम नहीं है कि ये राजनीतिक प्रोपेगेंडा नहीं है, बल्कि ये देश को एक बनाने की मुहिम है।
कोरोना वॉरियर्स को किया सलाम, मृतकों को दी श्रद्धांजलि
रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने सबसे पहले कोरोना से मृत लोगों को श्रद्धांजलि तथा मरीजों को शुभकामनाएं दीं। साथ ही कोरोना वॉरियर्स को सलाम किया। कहा, ये रैली कोरोना के खिलाफ जंग है। अमित शाह ने कहा कि बिहार ने हमेशा नेतृत्व किया है। बिहार ने इंदिरा गांधी के आपात काल का भी विरोध किया था। उन्होंने बाबू जगजीवन राम, जयप्रकाश नारायण, श्री बाबू आदि विभूतियों के योगदान की चर्चा की तथा बिहार को जॉर्ज व लोहिया की कर्मभूमि भी बताया।
लालू परिवार पर कसा तंज, कहा- कुछ लोगों ने थाली बजाकर रैली का स्वागत किया
अमित शाह ने रैली के विरोध में आरजेडी के थाली बजाने के कार्यक्रम पर तंज कसा। लालू की पारिवारिक पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की ओर इशारा करते हुए कहा, कुछ लोगों ने थाली बजाकर इस रैली का स्वागत किया। अब ऐसे लोग थाली बजाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कोरोना के खिलाफ अभियान में शामिल हो गए हैं। शाह ने कहा, पीएम मोदी के नेतृत्व में दुनिया के अंदर भारत का सम्मान बढ़ा है। एक समय था जब हमारे जवानों के सिर काटकर ले जाये जाते थे, लेकिन हमारे समय में पुलवामा हुआ तो घर घुसकर जवाब दिया गया। मोदी सरकार ने सीमओं को सुरक्षित किया है।
बिहार की भूमि ने हमेशा भारत का नेतृत्व किया
संबोधन की शुरुआत करते हुए अमित शाह ने कहा, बिहार की जनता का धन्यवाद जिन्होंने 2014 और 2019 में मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए को जनादेश दिया। बिहार से दुनिया को सबसे पहले लोकतंत्र का अनुभव हुआ। बिहार की भूमि ने हमेशा भारत का नेतृत्व किया है। आपातकाल के समय बिहार की जनता ने लोकतंत्र को प्रतिस्थापित करने का काम किया। बिहार की भूमि ने वंशवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी है।
अमित शाह ने कहा कि आजादी के बाद जब कांग्रेस पार्टी की नेता इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाकर लोकतंत्र का गला घोंटने का प्रयास किया तब बिहार की जनता ने ही जेपी आंदोलन करके फिर से एक बार लोकतंत्र को स्थापित करने का काम किया। शाह ने कहा कि बीजेपी की सरकार गरीबों की सरकार है। बिहार की धरती ने ही पहली बार दुनिया को लोकतंत्र का अनुभव कराया। जहां महान मगध साम्राज्य की नींव डाली गई। इस भूमि ने हमेशा भारत का नेतृत्व किया है। इस रैली का चुनाव से कोई संबंध नहीं है। भाजपा लोकतंत्र में विश्वास रखती है।