इंडिगो एयरलाइन्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि कोरोना के संक्रमण के खौफ से यात्रियों की संख्या बहुत कम है। इसलिए अब उड़ानों का खर्च निकालने में भी दिक्कतें हो रही हैं। उन्होंने बताया कि यात्रियों की कमी सिर्फ इंडिगो एयरलाइन्स के सामने नहीं है। बल्कि, सभी विमानन कम्पनियों के सामने है। इसलिए भविष्य में कम यात्रियों वाली उड़ानों पर असर जरूर पड़ेगा।
अधिकारी ने बताया कि 25 मई से घरेलू विमानों का संचालन शुरू हुआ है। लेकिन, लोग अभी भी सफर करने से कतरा रहे हैं। यदि पिछले तीन दिनों की बात करें तो लखनऊ एयरपोर्ट से दिल्ली के बीच यात्रियों की संख्या ठीक रही है। जबकि, अन्य जगहों की घरेलू उड़ानों में यात्रियों की संख्या काफी कम रही है। लॉकडाउन की वजह से करीब दो महीने तक बन्द रही विमानन कम्पनियों की आर्थिक हालत ऐसे ही खराब है। अब यात्रियों की संख्या नहीं बढ़ने पर भविष्य में उड़ानों की संख्या में कटौती हो सकती है।
लखनऊ एयरपोर्ट के विशेष कार्याधिकारी संजय नारायण ने बताया कि घरेलू उड़ानों का संचालन सफलतापूर्वक किया जा रहा है। इसके अलावा वंदे भारत मिशन के तहत विदेशों में फंसे भारतीयों को लेकर उड़ानें लखनऊ एयरपोर्ट पर लगातार आ रही हैं। जहां तक घरेलू उड़ानों में यात्रियों की कमी का सवाल है तो लोग कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए बहुत जरूरी होने पर ही घरों से निकल रहे हैं। इसीलिए यात्रियों की संख्या कम है।
गौरतलब है कि 25 मई से लखनऊ एयरपोर्ट से शुरू हुई घरेलू उड़ानों की संख्या में लगातार कमी होती जा रही है। जबकि, गो एयर अपनी घरेलू उड़ानों को एक जून से शुरू करने जा रहा है।