लखनऊ। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने अयोध्या, मथुरा, वाराणसी, प्रयागराज और गोरखपुर को क्लीन एवं ग्रीन एनर्जी के तहत मॉडल टाउन बनाने के निर्देश दिए हैं। चरणबद्ध तरीके से 2024 तक इन शहरों को सौर ऊर्जा उत्पादन में दक्ष बनाकर सोलर सिटी बननाया जाएगा। इन शहरों में घरों की छतों से 669 मेगावाट ऊर्जा का उत्पादन होगा।
ऊर्जा मंत्री ने गुरुवार को अतिरिक्त ऊर्जा स्त्रोत विभाग की समीक्षा की। अधिकारियों को निर्देशित किया कि उपरोक्त पांचों महानगरों में सोलर रूफ टॉप परियोजना का अधिक से अधिक प्रचार किया जाए। जिससे चिह्नित उपभोक्ता योजना का लाभ ले सकें। इसके तहत तय किए गए लक्ष्य के क्रम में केंद्र सरकार द्वारा 859 करोड़ व राज्य सरकार द्वारा 473 करोड़ रुपये का अनुदान भी उपभोक्ताओं को दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी बना है। उत्तर प्रदेश 2022 तक 10700 मेगावाट सौर ऊर्जा के उत्पादन के लक्ष्य को पूरा करेगा। इसके लिए बड़ी और मध्यम सौर ऊर्जा परियोजनाओं के साथ ही शहरी उपभोक्ताओं की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। उपभोक्ता अपने घरों की छतों का उपयोग सौर ऊर्जा के उत्पादन में कर सकेंगे जिससे उनके बिजली के बिलों में कमी आएगी और स्वच्छ ऊर्जा लोगों के बीच सुलभ हो सकेगी।
मंत्री ने निर्देश दिया कि तय लक्ष्य के अनुरूप नेडा सभी चिह्नित किये गए जनपदों में अभियान चलाकर घरेलू उपभोक्ताओं को सरकार की योजना से जोड़े। जिससे अधिक से अधिक घरेलू विद्युत उपभोक्ता योजना से जुड़ें और केंद्र व राज्य सरकार के अनुदान का लाभ लें। निदेशक नेडा को निर्देशित किया कि प्रतिमाह वह समीक्षा करें और प्रगति से अवगत कराएं।