लखनऊ। वोटर लिस्ट में गड़बड़ी होना आम बात है। जब भी कोई चुनाव होता है तो वोटर लिस्ट की गड़बड़ी सामने आती है। कई बार ऐसा देखने को मिला है कि बहुत से लोगों का वोटर लिस्ट में नाम नहीं होता है। लेकिन अबकी बार कुछ अलग मामला सामने आया है।
दरअसल उत्तर प्रदेश में गोला तहसील में दो गांवों में आबादी से ज्यादा वोटर होने का मामला सामने आया है। यहां के मठिया गांव की आबादी जहां 852 है तो वहीं वोटरों की संख्या 1195 है।
इस गांव का नवजात शिशु भी वोटर है तो वहीं कई साल पहले दिवंगत हो चुके कई लोग भी वोटर हैं। इसी प्रकार मधुपुर गांव जिसकी आबादी 284 है, वहां वोटरों की संख्या 266 है। यहां आबादी के सापेक्ष 96 प्रतिशत मतदाता हैं।
इसके अलावा भी कई हैरान करने वाले मामले सामने आए हैं। कई गांवों से मतदाताओं के नाम ही काट दिए गए हैं। ऐसे ही एक गांव बैरियाडीह है जहां के निवासियों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर शिकायत दर्ज कराई है।
उनका कहना है कि उनकी ग्राम पंचायत के तीन गांवों में एक गांव में मतदाताओं की संख्या काटकर कम कर दी गई है। ग्रामीणों ने इस मामले की जांच कराने की गुजारिश की है। वहीं इस सम्बंध में ग्रामीणों ने तहसील से जांच करने पहुंचे लोगों को दूसरे गांवों की सूचियां भी दी हैं जिनमें शामिल मतदाताओं के नाम मठिया और मधुपुरा में भी हैं।
अगले महीने 15 मार्च से सात अप्रैल के बीच होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 29.99 लाख वोटर अपनी गवईं सरकार चुनेंगे।