लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने गर्मी के मौसम में लू से निपटने के लिए सभी संबंधित विभागों को तैयार रहने का निर्देश दिया है। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जलापूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को तालाबों की मरम्मत का कार्य पूर्ण करने तथा सिंचाई के लिए आपूर्ति तथा पशु-पक्षियों के लिए पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मौसम विभाग द्वारा हीट वेव के अलर्ट के मद्देनजर राज्य सरकार ने गर्मी के मौसम में जलापूर्ति के लिए मुख्य विकास अधिकारी या एडीएम स्तर के अधिकारी को जिला स्तर पर नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त करने का आदेश दिया है।
उन्होंने कहा कि लोगों को गर्मी से बचने और तापमान को कम रखने के लिए छत को सफेद रंग से रंगने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए।
सरकार ने जल निगम को शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति से संबंधित आवश्यक कार्य समय पर पूरा करने का भी निर्देश दिया है।
सभी नलकूपों व सिंचाई सुविधाओं को चालू हालत में करने के लिए सिंचाई विभाग को विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि जल निगम क्षतिग्रस्त पाइपलाइन और लीकेज की मरम्मत करवाएगा और ओवरहेड टैंकों की सफाई करेगा।
ग्रामीण विकास विभाग तालाबों को भरकर पशुओं को पीने का पानी उपलब्ध कराएगा।
ग्रामीण विकास विभाग और जल निगम उन क्षेत्रों में पानी के टैंकरों की व्यवस्था करेंगे, जहां पानी की आपूर्ति बाधित है। प्रवक्ता ने बताया कि ग्रामीण विकास विभाग को ग्रामीण पेयजल योजनाओं का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने को कहा गया है।
वन विभाग वन क्षेत्रों में पशु-पक्षियों को पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए तालाबों और झीलों में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा।
नगरीय विकास विभाग और जल निगम पानी की कमी से सबसे ज्यादा प्रभावित लोगों को टैंकरों से पानी का वितरण करेंगे।
उन्होंने कहा कि नगरीय विकास विभाग नगरीय निकायों के माध्यम से सार्वजनिक स्थलों एवं बाजारों में वाटर फाउंटेन लगाने की व्यवस्था करेगा।
नगरीय विकास विभाग पानी के अनावश्यक उपयोग जैसे वाहन धोना, नल खुला छोड़ना आदि को रोकने के लिए एडवाइजरी भी जारी करेगा और इसे अमल में भी लाएगा।