लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से मिले स्मार्ट फोन का लॉक तुड़वाने के लिए छात्र सर्विस सेंटर पहुंच रहे हैं। हालांकि उन्हें निराशा ही हाथ मिल रही है। इन फोन की प्रोग्रामिंग ऐसी है कि छात्र न तो इसे मनोरंजन के लिए प्रयोग कर सकते हैं और न प्रतिबंधित साइट देख सकते हैं।
गोरखपुर जिले में 10 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को स्मार्टफोन बांटा जा चुका है। बारी-बारी अन्य क्लास और ट्रेड के छात्र-छात्राओं को भी स्मार्टफोन मिलना है। स्मार्टफोन आगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को भी मिला है। स्मार्ट फोन पाने वालों में बड़ी संख्या ऐसे छात्र-छात्राओं की है, जो इसे स्टडी मटेरियल के रूप में प्रयोग कर रहे हैं, लेकिन कुछ छात्र इसे मनोरंजन वाला मोबाइल बनाने के लिए बेचैन है।
बिछिया कैंप के आरुष श्रीवास्तव को भी मोबाइल मिला है। वह यू-ट्यूब पर फिल्मी वीडियो और गाने देखने लगा। 25 मिनट बाद फिल्म बंद हो गई। स्क्रीन पर लिखकर आ गया कि यह मोबाइल सिर्फ स्टडी के लिए है।
इसी तरह चौरीचौरा के एक छात्र ने स्मार्टफोन को अपडेट करने के लिए नया सॉफ्टवेयर डलवा दिया। इसके बाद उसका मोबाइल काम नहीं कर रहा है। इस पर वह बलदेव प्लाजा स्थित सर्विस सेंटर पर पहुंचा, जहां जवाब दे दिया गया कि अब इसे ठीक नहीं किया जा सकता है। सर्विस सेंटर के इंजीनियर का कहना है कि रोज चार से पांच छात्र मोबाइल को अपडेट कराने के लिए आ रहे हैं। लेकिन इसकी प्रोग्रामिंग ऐसी है कि कोई बदलाव करना संभव नहीं है।
स्क्रीन से तस्वीर हटवाने को हैं परेशान: सर्विस सेंटर के साथ ही तमाम छात्र बलदेव प्लाजा, रेती रोड, असुरन स्थित छाया कम्पाउंड में सॉफ्टवेयर अपडेट करने वालों के पास पहुंच रहे हैं। मेडिकल रोड पर यह काम करने वाले संतोष सिंह का कहना है कि कस्बाई इलाकों के साथ ही महराजगंज और सिद्धार्थनगर से भी छात्र रोज पूछताछ करने आ रहे हैं कि सामान्य स्मार्टफोन की तरह चलना संभव है या नहीं?
तमाम छात्र ऐसे भी हैं जो स्क्रीन पर पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की फोटो को हटवाने के लिए परेशान हैं। बलदेव प्लाजा के साफ्टवेयर अपडेट करने का काम करने वाले इंजीनियर अरण्य सिंह का कहना है कि ऑनलाइन पढ़ाई करने वाली कंपनियां ऑनलाइन स्टडी के लिए टैबलेट देती हैं। इसमें भी कोई परिवर्तन संभव नहीं है।
लैपटॉप में नहीं है दिक्कत
सपा सरकार में छात्र-छात्राओं को लैपटॉप मिला था। प्रदेश सरकार ने भी टॉपर स्टूडेंट्स को लैपटॉप दिया है। सपा सरकार में मिले लैपटॉप में भी अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव का फोटो था। उसे हटाने के लिए तमाम छात्र परेशान थे। हालांकि छात्र इन लैपटॉप में फिल्मों के साथ ही हर तरीके के मनोरंजन की सामग्री देख सकते हैं।