छोटे बेटे अमित दत्त शुक्ल ने दो दिन पहले फेसबुक पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फोटो पोस्ट कर जीत पर उन्हें बधाई दी। साथ ही लिखा कि वह उनके साथ हैं और हमेशा साथ रहेंगे। वहीं, बड़े बेटे अरविंद दत्त शुक्ल ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ वाली अपनी मां सुभावती शुक्ल की फोटो पोस्ट कर सपा और अखिलेश के प्रति अपनी निष्ठा दोहराई है।
हालांकि, भाजपा से बगावत कर जब सुभावती ने लखनऊ सपा कार्यालय में पार्टी का दामन थामा था तो उनके दोनों बेटे अरविंद और अमित भी वहां मौजूद थे। अमित ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि- ऐतिहासिक विजय की हार्दिक शुभकामनाएं, बधाई। आप भारत का नेतृत्व करेंगे। मैं, आपके साथ हूं और रहूंगा। इस पोस्ट के बाद सुभावती के बड़े बेटे अरविंद ने अपनी एक अलग पोस्ट में लिखा- सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी के द्वारा जो सम्मान प्राप्त हुआ, उसके लिए हृदय की गहराई से धन्यवाद एवं आभार।
उन्होंने आगे लिखा कि छोटे भाई अमित उपेंद्र दत्त शुक्ल ने अपने फेसबुक आईडी से जो लिखा है, वह उनका स्वतंत्र विचार है। इससे मां और उनके परिवार का कोई सरोकार नहीं है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशों पर समाजवादी पार्टी की विचारधारा को आगे ले जाने के लिए वह और उनकी मां दृढ़ संकल्पित हैं।
इस पर एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा कि- अब बची-खुची इज्जत भी लेने को आप लोग तैयार हैं। स्व. उपेंद्र दत्त शुक्ल भी आपलोगों से खुश नहीं होंगे। वहीं, एक ने नसीहत देते हुए लिखा कि-भाजपा में ही आपकी सही पहचान है। आपका इंतजार रहेगा भारतीय जनता पार्टी को।
अमित की पोस्ट पर आए कमेंट में कुछ लोगों ने सपा में जाने के फैसले को भूल बताया। कुछ लोगों ने कोसा भी और लिखा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के दिए सम्मान को भूल फिर से भाजपा के राग अलापना मौकापरस्त की श्रेणी में आएगा। एक यूजर ने लिखा कि- आपकी पहचान आपके कट्टर राष्ट्रवादी पिता (स्व. उपेंद्र दत्त शुक्ल) के नाते रही, आपने समय का इंतजार नहीं किया और बहुत जल्दी में फैसला लेकर घोर परिवारवादियों के साथ जा मिले। आपका असली परिवार भाजपा ही है।
सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव मैदान में आने के बाद से ही सुभावती के दोनों बेटों में रार शुरू हो गई थी। यही वजह है कि चुनाव प्रचार में छोटे बेटे अमित ने उतनी सक्रियता नहीं दिखाई थी।