चक्का जाम : राकेश टिकैत ने मोदी सरकार को दिया 2 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम

नई दिल्ली। कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसानों के बीच गतिरोध अब भी बरकरार है। कानूनों को रद्द कराने पर अड़े किसान इस मुद्दे पर सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर चुके हैं। इसके लिए दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन आज 73वें दिन भी जारी है।

किसानों ने आज दिल्‍ली, उत्‍तर प्रदेश और उत्‍तराखंड को छोड़ कर अन्‍य राज्‍यों में चक्‍का जाम किया। किसानों के 3 घंटे के चक्का जाम के समापन के बाद गाजीपुर बॉर्डर के मंच से भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार नए कृषि कानूनों को वापस ले और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानून बनाए नहीं तो आंदोलन जारी रहेगा।

उन्‍होंने कहा कि हम पूरे देश में यात्राएं करेंगे और पूरे देश में आंदोलन होगा। टिकैत ने कहा कि हमने कानूनों को निरस्त करने के लिए सरकार को 2 अक्टूबर तक का समय दिया है। इसके बाद हम आगे की प्लानिंग करेंगे। हम दबाव में सरकार के साथ चर्चा नहीं करेंगे।

उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार किसानों को नोटिस भेजकर डरा रही है, लेकिन इससे किसान डरने वाले नहीं हैं। किसानों की डाली मिट्टी पर जवान का पहरा है। इससे व्यापारी हमारी जमीन पर बुरी नजर नहीं डालेगा। हमारा मंच और पंच एक ही है। सरकार वार्ता के लिए बुलाएगी तो हम तैयार हैं। टिकैत ने यह भी कहा कि सरकार को व्यापारियों से लगाव है, किसानों से नहीं।

लुधियाना में एक ट्रैक्टर पर भिंडरावाला का झंडा दिखा
किसान आंदोलन की शुरुआत से ही आरोप लग रहे हैं कि आंदोलन में खालिस्तान समर्थक अलगाववादी सक्रिय हैं। लुधियाना में शनिवार को चक्काजाम के दौरान भी एक ऐसी ही घटना हुई। यहां एक प्रदर्शनकारी ने ट्रैक्टर पर ऑपरेशन ब्लू स्टार में मारे गए जरनैल सिंह भिंडरावाला का झंडा लगा रखा था।

बता दें कि, कृषि कानूनों के विरोध में शनिवार को किसानों के तीन घंटे का राष्ट्रव्यापी ‘चक्का जाम’ किया। इस दौरान किसी भी तरह के अप्रिय हालात से निपटने के लिए दिल्ली-एनसीआर में पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के हजारों जवानों को तैनात किया था और सभी सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। हालात पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरों की मदद ली गई।

3 राज्यों में सबसे ज्यादा असर रहा
राजस्थान: प्रदर्शनकारियों ने स्टेट और नेशनल हाईवे जाम कर दिए। दिल्ली-जयपुर हाईवे 4 घंटे तक पूरी तरह बंद रहा, क्योंकि शाहजहांपुर बॉर्डर से गुजरने वाली रोड पर किसानों ने सुबह 11 बजे ही जाम लगा दिया था। वहीं जयपुर शहर में जाम लगाने के लिए सड़कों पर ट्रैक्टर खड़े किए, तो अलवर में पत्थर और कंटीली झाड़ियां डालकर सड़कें रोक दीं। कोटा में ट्रैक्टर रैली निकालकर प्रदर्शन किया गया। राजस्थान में सत्ताधारी कांग्रेस ने किसानों के प्रदर्शन का समर्थन किया।

जयपुर शहर के अंदर प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक्टर खड़े कर सड़कें रोक दीं। जाम का समय 3 बजे तक तय था, लेकिन 4 बजे तक भी ट्रैफिक नॉर्मल नहीं हो पाया।
जयपुर शहर के अंदर प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक्टर खड़े कर सड़कें रोक दीं। जाम का समय 3 बजे तक तय था, लेकिन 4 बजे तक भी ट्रैफिक नॉर्मल नहीं हो पाया

हरियाणा: किसानों के जाम को देखते हुए एहतियातन स्कूलों में छुट्टी कर दी गई। राज्य के 5 जिलों में चक्काजाम का असर सबसे ज्यादा रहा। भिवानी जिले में कितलाना टोल प्लाजा समेत 15 जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने सड़कें जाम कर दीं। हिसार में नेशनल और स्टेट हाईवे तो जाम किए ही, साथ ही गांवों को जोड़ने वाली सड़कें भी रोक दीं। जींद जिले में जींद-चंडीगढ़ रोड समेत 15 जगहों पर किसानों ने जाम लगाया। यमुनानगर में 12 जगहों में इसका असर दिखा। कैथल जिले के कलायत में नेशनल हाईवे पर 3 घंटे आवाजाही बंद रही तो गुहला चीका में कैथल रोड पर जाम का असर ज्यादा देखा गया।

पंजाब: यहां भी शहरों के साथ-साथ गांवों को जोड़ने वाली सड़कों पर भी जाम का असर देखा गया। किसानों ने हाईवे पर टोल प्लाजा के पास जाम लगा दिए। संगरूर में लड्डा टोल, कालाझाड़ टोल और सुनामी टोल पर जाम रहा। बठिंडा के गांव घुद्दा, जीदा, लहरा बेगा और भाई बखतौर पर ट्रैफिक रोक दिया।

पटियाला में शंभू बॉर्डर और राजपुरा हाईवे पर गांव धरेड़ी जट्टा के टोल पर भी किसान धरने पर बैठे। फतेहगढ़ साहिब में लुधियाना-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे को जाम किया तो फाजिल्का के रामपुरा गांव, मंडी लधुका, मंडी घुबाया और घनगा खुर्द समेत 6 गांवों की सड़कों पर किसान धरने पर बैठे।

इन 5 राज्यों में भी जाम लगे, लेकिन असर कम
मध्यप्रदेश: कांग्रेस ने देशभर में चक्काजाम का समर्थन किया। मध्यप्रदेश में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि जो भी लोग कृषि कानूनों के खिलाफ हैं वे चक्काजाम में शामिल हों। हालांकि, राज्य में ग्वालियर, इंदौर और उज्जैन में ही चक्काजाम का थोड़ा बहुत असर रहा।
महाराष्ट्र: यहां कराड और कोल्हापुर में प्रदर्शनकारियों ने रास्ते रोके। पुलिस ने 40 लोगों को हिरासत में ले लिया। इनमें कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण की पत्नी सत्वशीला चव्हाण भी शामिल थीं। ये लोग कराड में कोल्हापुर नाका पर प्रदर्शन कर रहे थे। बाद में सभी को छोड़ दिया गया।
तेलंगाना: हैदराबाद के बाहरी इलाकों में प्रदर्शनकारियों ने चक्का जाम करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने इन्हें हटा दिया।
कर्नाटक: बेंगलुरु में येलाहंका पुलिस स्टेशन के बाहर प्रदर्शनकारी जमा हुए थे, लेकिन पुलिस ने इन्हें हिरासत में ले लिया।
जम्मू-कश्मीर: प्रदर्शनकारियों ने जम्मू-पठानकोट हाइवे जाम कर दिया। इससे करीब 3 घंटे ट्रैफिक रुका रहा।

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