लखनऊ। बिहार सरकार में सहयोगी विकासशील इंसान पार्टी उत्तर प्रदेश में 80 के दशक की डकैत व पूर्व सांसद फूलन देवी की प्रतिमा लगाना चाहती है। इसको लेकर यूपी में सियासत गर्म है। भाजपा सरकार ने प्रतिमा लगाने पर रोक लगा दी है। सोमवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय ओम प्रकाश राजभर ने भी फूलन देवी की मूर्तियों को लेकर सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा, सरकार को फूलन की प्रतिमाओं से इतना डर क्यों लग रहा है। मूर्ति लगाने से रोकना पिछड़े समाज का अपमान है।
राजभर ने और क्या कहा?
ओमप्रकाश राजभर ने कहा, भाजपा सरकार भगवान श्रीराम, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, श्यामाप्रसाद मुखर्जी, सरदार पटेल की मूर्ति लगा कर इनका सम्मान कर सकती है तो फिर आत्मसम्मान की प्रतीक महिलाओं की प्रेरणास्रोत पूर्व सांसद फूलन देवी की मूर्ति लगाने से रोक क्यों लगाई? आखिर भाजपा को फूलन देवी की मूर्ति लगाने से डर क्यों जाती है? मूर्ति लगाने से रोकना निषाद, बिंद, केवट, मल्लाह, कश्यप समाज ही नहीं पूरे पिछड़े समाज का अपमान है।
राजभर ने कहा है कि यूपी में भागीदारी संकल्प मोर्चा की सरकार बनने पर निषाद, कश्यप, मल्लाह, बिंद, मांझी, मझवारा समाज जहां चाहेगा सरकारी पैसे से फूलन देवी जी मूर्ति लगाई जाएगी। समाज के हर वर्गों को सम्मान व बराबरी का हक दिया जाएगा।
संजय निषाद बोले- फूलन देवी की याद में बनेगा महिला सेल्फ डिफेंस सेंटर
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में बहन वीरांगना फूलन देवी की 20वीं पुण्यतिथि को शहादत दिवस के रूप में मनाया गया है। राज्य में निषाद पार्टी की सरकार बनने के साथ ही सबसे पहले वीरांगना फूलन देवी को सच्ची श्रद्धांजलि देते हुए उनकी स्मृति में बहन वीरांगना फूलन देवी महिला सेल्फ डिफेंस केंद्र की शुरुआत की जाएगी।
संजय निषाद ने कहा की आज भी कई राजनीतिक शक्तियां देश-प्रदेश में निषाद समाज को बांटने का काम कर रही हैं, लेकिन इन शक्तियों को यह नहीं पता है कि निषाद समाज ने अपना नेता, अपनी पार्टी, अपना झंड़ा, अपनी टोपी का चयन कर लिया है और इसी का परिणाम है कि 2018 में हुए विधानसभा के उपचुनाव में गोरखपुर, कैराना, नुरपुर और फूलपुर जीत दर्ज करवा कर मौजूदा सरकार से उनका गढ़ छीनने का काम किया था।
वीआईपी लागाना चाहती है फूलन की 18 मूर्तियां
बिहार की विकासशील इंसान पार्टी ने यूपी में आकर 18 जिलों में पूर्व सांसद फूलन देवी का प्रतिमा लगवाने के फैसला कर सियासत को गर्म कर दिया है। फूलन की 20वी पुण्यतीथि फूलन देवी की कई जगहों पर प्रतिमा लगाने की तैयारी थी, लेकिन पुलिस ने माहौल बिगड़ने की आशंका को देखते हुए प्रतिमा को जब्त कर लिया है। वीआईपी के अब यूपी में निषादों की राजनीति करने वाले सियासी दल भी इस राजनीति में कूद पड़े हैं।
2001 में फूलन देवी की हुई थी हत्या, मुलायम ने बनवाया था सांसद
14 फरवरी 1981 को कानपुर देहात के बेहमई गांव में डकैत फूलन देवी और उसकी गैंग ने 26 लोगों को गोलियों से भून दिया था। इस कांड में 20 लोगों की मौत हुई थी। मामला चार दशक से कोर्ट में है। कोर्ट 20 साल तक फूलन की हाजिरी के लिए इंतजार करती रही।
2001 में फूलन की हत्या के बाद कोर्ट का यह इंतजार भी खत्म हो गया। इस केस में कुल 35 आरोपी बनाए गए थे जिसमें अब केवल 4 जिंदा हैं। 15 लोगों की गवाही हुई है। मुलायम ने फूलन को राजनीती में उतारा और मिर्जापुर से वह सांसद बन गई। 1996 से 1998 और 1999 से 2001 तक फूलन देवी सांसद रहीं।