रामलीला मैदान में कांग्रेस की बड़ी रैली, ज्वलंत मुद्दों पर पार्टियों को घेरने की रणनीति

नई दिल्ली। दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस की एक बड़ी रैली आयोजित हो सकती है, जिसमें कांग्रेस आलाकमान से लेकर कांग्रेस की सत्ता वाले राज्यों के मुख्यमंत्री तक शामिल होंगे। इस रैली का उद्देश्य आगामी चुनाव को लेकर भाजपा समेत तमाम दूसरी पार्टियों की सच्चाई जनता के सामने रखना और ज्वलंत मुद्दों पर उनको घेरना शामिल होगा।

हाल ही में कांग्रेस ने वरिष्ठ नेताओं द्वारा दिल्ली में एक बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें इस बात का निर्णय हुआ कि दिसंबर महीने के पहले हफ्ते में रामलीला मैदान में एक बड़ी रैली की जाए। वहीं जनता के सामने असल मुद्दों को उठाये जाना चाहिए।

इस रैली का हिस्सा सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के अलावा दिल्ली में मौजूद कांग्रेस वरिष्ठ नेता और हर राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री व अन्य कांग्रेस नेता शामिल होंगे। वहीं भारी संख्या में देश भर के कांग्रेस कार्यकर्ता रैली का हिस्सा बनेंगे।

हालाँकि दिल्ली में दो जगहों पर इस रैली को आयोजित किया जा सकता है जिसमें पहला राम लीला ग्राउंड शामिल है। यदि वहाँ रैली करना मुमकिन न हो सका तो द्वारका स्थित एक बड़े मैदान में इस रैली को आयोजित किया जाएगा।

इसके अलावा कांग्रेस दिल्ली से देश भर में होने वाले आगामी चुनाव को लेकर जनता को संदेश देगी और विपक्ष पार्टियों के झूठ को उजागर करने की कोशिश करेगी। फिलहाल रैली को लेकर तैयारियाँ शुरू की जाने लगी है और इसपर विचार विमर्श भी किया जा रहा है। इस रैली में लाखों की संख्या में कांग्रेस कार्यकतार्ओं को बुलाना तय हुआ है।

दरअसल देश भर में 5 राज्यों में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। वहीं दिल्ली में भी नगर निगम चुनाव होंगे। ऐसे में कांग्रेस इस रैली के माध्यम से कहीं न कहीं अपना शक्ति प्रदर्शन भी करना चाहती है।

इस रैली को लेकर हुई दिल्ली की बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भी शामिल हुए थे।

इसके साथ ही कांग्रेस महासचिव एवं राजस्थान प्रभारी अजय माकन, राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, हरियाणा की प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष कुमारी शैलजा, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार और कई अन्य नेता बैठक में शामिल रहे।

दूसरी ओर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में जहां भाजपा की सरकारें हैं, वहीं पंजाब में कांग्रेस की सरकार है। निर्वाचन आयोग के एक जनवरी, 2021 के आंकड़ों के अनुसार देश में सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में लगभग 14.66 करोड़ मतदाता हैं। वहीं, पंजाब में दो करोड़ से अधिक मतदाता हैं।

उत्तराखंड में 78.15 लाख मतदाता पंजीकृत हैं। मणिपुर में 19.58 लाख और गोवा में 11.45 लाख मतदाता हैं। पांचों राज्यों में कुल लगभग 17.84 करोड़ मतदाता हैं। कांग्रेस अपनी दिल्ली में होने वाली बड़ी रैली से इन सभी मतदाताओं के दिलों तक पहुंचने की कवायद करेगी।

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