राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में नाचा गाना था, अंबानी-अडानी थे पर किसान नहीं

नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधा है। इस बार उन्होंने अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बीजेपी को आड़े हाथ लिया। राहुल ने इस समारोह को ‘नाच-गाना’ वाला समारोह करार दिया। उन्होंने कहा कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जहां नाच-गाना हो रहा था, वहीं उद्योगपति अंबानी और अडानी को आमंत्रित किया गया था, लेकिन बीजेपी ने एक भी किसान को बुलाना भूल गई।

‘राम मंदिर में नहीं दिखा कोई किसान’

राहुल गांधी हरियाणा के हिसार में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि जब अयोध्या में मंदिर खुला तो आप अडानी, अंबानी, अमिताभ बच्चन को देख सकते थे, लेकिन आपको एक भी किसान नहीं दिखाई दिया। इस तरह (समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार) अवधेश ने उन्हें हराया। वह इसलिए जीते क्योंकि पूरा भारत देख रहा है। आपने मंदिर खोला और राष्ट्रपति से कहा कि चूंकि आप एक आदिवासी हैं, आप अंदर नहीं आ सकते, आपको अनुमति नहीं है।

‘राम मंदिर में नाच-गाना चल रहा था’

राहुल गांधी ने आगे कहा, ‘उसके बाद उन्होंने अमिताभ बच्चन, अडानी, अंबानी को आमंत्रित किया, लेकिन एक मजदूर को अनुमति नहीं दी। क्या आपने (वहां) एक कार्यकर्ता या एक किसान देखा? नाच-गाना चल रहा है, मीडिया हाय-हाय कर रहा है… यही आपकी हकीकत है।’ उन्होंने आगे आरोप लगाया कि बीजेपी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कहा कि वह मंदिर के अंदर नहीं आ सकतीं, क्योंकि वह एक आदिवासी हैं।

पहले भी दे चुके हैं ऐसा बयान

यह पहली बार नहीं था जब राहुल गांधी ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर भाजपा पर हमला बोला हो। अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान छत्तीसगढ़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने 22 जनवरी को राम मंदिर समारोह में गरीबों की गैरमौजूदगी पर भी सवाल उठाया था। कांग्रेस नेता ने कहा था, ‘मैंने अमिताभ बच्चन, ऐश्वर्या राय, अंबानी और अडानी को देखा, लेकिन एक भी किसान या मजदूर नहीं देखा। सभी अरबपति वहां थे, लंबे-लंबे भाषण दे रहे थे, जबकि गरीबों की आवाजों को नजरअंदाज कर दिया गया।’

बीजेपी ने किया पलटवार

राहुल गांधी के इस बयान पर बीजेपी की ओर से भी प्रतिक्रिया सामने आई है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता की नफरत भरी टिप्पणी उन्हें न केवल ‘हिंदू विरोधी’ बल्कि ‘एक नंबर का झूठा’ भी बनाती है। पूनावाला ने सवाल किया, ‘उन्होंने कहा कि वहां कोई गरीब व्यक्ति या मजदूर नहीं था! क्या वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा फूलों की वर्षा के साथ श्रमिकों के स्वागत को नहीं देख पाए?’

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here