लखनऊ. रायबरेली सदर से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने आज अपने ट्वीटर हैंडल से भी कांग्रेस को रुख्सत कर दिया. सोनिया गांधी के परिवार से कभी बेहद करीबी रहीं अदिति सिंह की कांग्रेस से लगातार दूरियां बढ़ती जा रही हैं. अदिति सिंह ने इसकी शुरुआत कांग्रेस व्हिप का उल्लंघन करते हुए विधानसभा के विशेष सत्र में जाकर की थी.
एक दौर में राहुल और प्रियंका के साथ-साथ देखी जाने वाली अदिति सिंह ने कांग्रेस से मुंह मोड़ा तो रिश्तों में खटास बढ़ती चली गई. अदिति सिंह ने कांग्रेस पार्टी के तमाम व्हाट्सएप ग्रुप से खुद को एग्जिट कर लिया था और आज ट्वीटर हैंडल से भी कांग्रेस का नाम हटाकर वहां रायबरेली कर लिया.
पार्टी व्हिप का उल्लंघन कर विधानसभा सत्र में शामिल होने के मुद्दे पर कांग्रेस ने उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था लेकिन अदिति ने पार्टी से दूरी को बढ़ाना जारी रखा, और इस नोटिस का जवाब देना भी ज़रूरी नहीं समझा. योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अदिति सिंह को इस काम का पारितोषिक उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा देकर दिया.
प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर प्रियंका गांधी द्वारा एक हज़ार बसें भेजे जाने के मुद्दे पर अदिति सिंह ने प्रियंका की आलोचना करते हुए बीजेपी वाली भाषा का इस्तेमाल किया. बसों को कबाड़ बताया और योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा के पुल बांधे.
अदिति सिंह लगातार कांग्रेस को बैकफुट पर लाने का काम करती रहीं. मजदूरों के लिए प्रियंका की बसों पर अदिति सिंह की टिप्पड़ियों ने कांग्रेस को लगातार असहज किया. रिश्ते इतने तल्ख हो गए कि कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष को चिट्ठी लिखकर उनकी सदस्यता को रद्द करने की सिफारिश कर दी.