रिपोर्ट सामने आने के बाद बढ़ सकती है कांग्रेस के कई नेताओं की मुश्किलें

नई दिल्ली। अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में शामिल रहे प्रमुख आरोपी और चार्टर्ड अकाउंटेंट राजीव सक्सेना से हुई पूछताछ ने कांग्रेस के कई नेताओं की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।

मुख्य आरोपी राजीव सक्सेना ने मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ के भतीजे रतुल पुरी, बेटे बकुल नाथ, सलमान खुर्शीद और अहमद पटेल का नाम पूछताछ के दौरान लिया है। अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी चॉपर डील मामले में तीन हफ्ते पहले ही सक्सेना की अंतरिम जमानत हुई है।

गौरतलब है कि यह डील 3,000 करोड़ रुपए की हुई थी। इसमें शामिल मुख्य आरोपी सक्सेना को जनवरी 2019 में दुबई से प्रत्यर्पित किया गया था। इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने उनसे पूछताछ की थी। इस मामले में सक्सेना की 385 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच कर दी गई थी। ख़बरों के अनुसार सक्सेना का बयान ईडी के पास 1,000 पन्नों में दर्ज है।

पूछताछ में ये संकेत भी मिले हैं कि अगस्ता वेस्टलैंड सौदे में कथित रूप से कैसी कमियां हैं। बता दें कि इस डील को यूपीए 2 सरकार ने रद्द कर दिया था। यह डील दो कंपनियों के माध्यम से हुई जिसमें सक्सेना की इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजीज और क्रिश्चियन मिशेल की ग्लोबल सर्विस शामिल है। मिशेल साल 2018 से ही जेल मे है।

ख़बरों के अनुसार, 17 सितंबर को सीबीआई ने दायर सप्लीमेंट्री चार्जशीट में कहा है कि साल 2000 में, सक्सेना ने इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजीज के 99.9% शेयर हासिल किए। चार्जशीट में इटली और मॉरीशस के लेटर्स रोजेट्री का हवाला दिया।

साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि सक्सेना ने गौतम खेतान के साथ मिलकर अगस्ता वेस्टलैंड से इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजीज के खाते में 12.40 मिलियन यूरो हासिल किए। इस राशि को ‘मामले में शामिल बिचौलियों और संदिग्ध अधिकारियों को पेमेंट करने के लिए इस्तेमाल किया गया।’

इसके अलावा सक्सेना के स्वामित्व वाली चार कंपनियों में ग्लोबल सर्विसेज द्वारा जो पेमेंट किये गया उसकी भी जानकारी हैं वो पेमेंट 9,48,862 यूरो का हुआ था। सक्सेना की यह चार कंपनियां पैसिफिक इंटरनेशनल एफजेडसी, मिडास मेटल्स इंटरनेशनल एलएलसी, मेटॉलिक्स लिमिटेड और यूरोट्रेड लिमिटेड हैं।

पूछताछ में सक्सेना के अगस्ता वेस्टलैंड मामले के दो अन्य आरोपियों, डिफेंस डीलर सुषेन मोहन गुप्ता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के भतीजे रतुल पुरी के फाइनेंसियल ट्रांजैक्शन पर भी ध्यान दिया गया। इन दोनों को हिरासत में लिया गया था, फिलहाल अभी जमानत पर हैं।

कांग्रेस के ये दो नेता का भी नाम आया सामने

मुख्य आरोपी सक्सेना का आरोप है कि गुप्ता और खैतान नाम इस्तेमाल करने में माहिर थे। वह अक्सर कई प्रभावी राजनेताओं का नाम इस्तेमाल किया करते थे। इसके जरिए वह सत्ता के गलियारों में अपनी पहुंच बताते थे। वह अक्सर सलमान खुर्शीद और कमल नाथ का नाम लेते थे।

राजनीतिक लोगों से जुड़े सवाल के जवाब में सक्सेना ने बताया कि, ‘मुझे पता है कि इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजीज लिमिटेड अगस्ता वेस्टलैंड से रिश्वत पाने वाली कंपनियों में से एक थी। और इस कंपनी का स्वामित्व सुषेन मोहन गुप्ता के पास था, जिन्होंने गौतम खेतान के माध्यम से कंपनी को नियंत्रित किया था।

सुषेन मोहन गुप्ता और गौतम खेतान के साथ मेरी बैठकों के दौरान वे अक्सर नेताओं का जिक्र किया करते थे। वे बातचीत में AP नाम लेते थे जिसका मतलब अहमद पटेल से होता था।’

क्या बोले कमलनाथ और खुर्शीद

वहीं इस मामले में कमलनाथ ने भतीजे और बेटे का नाम आने पर कहा- मैं पहले ही कह चुका हूं कि मेरे भतीजे रतुल पुरी कंपनियों या लेनदेने से मेरा कोई वास्ता नहीं है। रही बात मेरे बेटे की तो वह दुबई में रहता है।

मैंने जब इस बारे में बात की उसने स्पष्ट कहा कि उसे इस बारे में कुछ नहीं पता। कोई भी बिना किसी को बताए ऑफशोर अकाउंट खोल सकता है। कोई भी ऐसा बैंक अकाउंट या कागजात नहीं हैं जिससे मेरे बेटे का कनेक्शन सामने आए।’

इस मामले में खुर्शीद ने कहा कि यह मेरे लिए चौंकाने वाला है कि मेरा नाम इसमें सामने आया है। सुशेन मोहन गुप्ता के पिता देव मोहन गुप्ता एक करीबी पारिवारिक मित्र हैं और मैं उनका शुभचिंतक हूं। इसके अलावा मैं किसी रतुल पुरी या सक्सेना से कोई जानपहचान नहीं है।’

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