नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच यदि न्यूक्लियर वॉर छिड़ती है तो 2 अरब से ज्यादा लोग मारे जा सकते हैं। रटगर्स यूनिवर्सिटी की ओर से की गई एक स्टडी में यह दावा किया गया है। स्टडी में कहा गया है कि यदि अमेरिका और रूस के बीच परमाणु जंग होती है तो दो साल के अंदर दुनिया की तीन चौथाई आबादी ही खत्म हो सकती है।
इसका मतलब यह हुआ कि 5 अरब से ज्यादा लोगों की जान जा सकती है। यही नहीं रिसर्च में कहा गया है कि यदि इन दो महाशक्तियों के बीच छोटे स्तर पर भी परमाणु हथियारों का इस्तेमाल होता है तो भी बड़े पैमाने पर लोग भुखमरी का शिकार हो सकते हैं।
यही नहीं भारत और पाकिस्तान जैसे देश भी यदि न्यूक्लियर वॉर में उतरते हैं तो उससे भी दुनिया में खाद्यान्न की सप्लाई बुरी तरह से प्रभावित होगी। इसके अलावा 2 अरब के करीब लोगों की जानें भी जा सकती हैं। इस स्टडी में शोधकर्ताओं ने आकलन किया है कि यदि न्यूक्लियर वॉर होता है तो कितना मलबा इकट्ठा होगा। इसके अलावा अमेरिका, रूस, भारत और पाकिस्तान जैसे देशों पर क्या असर होगा।
यही नहीं इससे खाद्यान्न की आपूर्ति और उसके उत्पादन पर क्या असर होगा। इसकी भी स्टडी की गई है। स्टडी में कहा गया है कि परमाणु युद्ध होने की दशा में वैश्विक स्तर पर खाद्यान्न, मांस, मछली आदि की सप्लाई में 90 फीसदी तक की कमी आ सकती है।
इससे बड़े पैमाने पर भुखमरी भी फैल सकती है। नेचर फूड जर्नल में प्रकाशित स्टडी में कहा गया है कि यदि अमेरिका और रूस के बीच परमाणु युद्ध पूरी क्षमता के साथ होता है तो दुनिया की आधी से ज्यादा आबादी मारी जा सकती है। यह स्टडी ऐसे समय में की गई है, जब शीत युद्ध के 30 साल पूरे हुए हैं और दुनिया एक बार से गहरे तनाव के दौर से गुजर रही है।
एक तरफ अमेरिका और चीन के बीच तनाव है तो वहीं रूस और यूक्रेन युद्ध ने भी दुनिया की चिंताओं को बढ़ाया है। भारत और पाकिस्तान के बीच भी अकसर तनाव की स्थिति बनी ही रहती है। यही नहीं चीन के विस्तारवादी रवैये के चलते भी भारत, जापान समेत कई पड़ोसी देशों से उसका तनाव बना रहता है।