बदायूं। उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के कुंवर गांव थाना क्षेत्र के एक गांव में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के लिए भगत सिंह की फांसी के दृश्य का पूर्वाभ्यास (रिहर्सल) करते समय दस साल के एक बच्चे की कथित तौर पर फांसी का फंदा कसने से मौत हो गई।
बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया कि मामला जब उनके संज्ञान में आया तो उन्होंने शुक्रवार को कुंवर गांव के थाना प्रभारी के नेतृत्व में एक टीम गांव भेजी, लेकिन परिवार वालों ने इस बात की कोई जानकारी नहीं दी कि लड़के की मौत कैसे हुई।
गांव के कुछ लोगों ने पुलिस को बताया कि नाटक का पूर्वाभ्यास करते समय बच्चा स्टूल से फिसल गया और फांसी का फंदा कस जाने से उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम जांच में कर रही है और जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों के मुताबिक बाबट ग्राम निवासी भूरे सिंह का 10 वर्षीय पुत्र शिवम मोहल्ले के अन्य बच्चों के साथ स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में प्रदर्शित होने वाले भगत सिंह नाटक की तैयारी कर रहा था। फांसी के दृश्य के पूर्वाभ्यास के दौरान शिवम स्टूल से फिसल गया और उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद अन्य बच्चे घबरा गए और शोर मचाने पर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तथा शिवम को फंदे से नीचे उतारा लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। बाद में परिजनों ने बिना पुलिस को बताए ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया।
ग्राम प्रधान भीमसेन सागर के अनुसार, ‘बच्चे खेल खेल रहे थे और घटना के समय शिवम के माता-पिता घर पर नहीं थे। खेल-खेल में ही शिवम फांसी के फंदे का शिकार हो गया और उसकी मौत हो गई।’