कहा, स्कूल में फीस माफी के बाद भी शिक्षकों को मिलेगी पूरी सैलरी
लखनऊ। दो महीने से ज्यादा के लाॅकडाउन ने हर मध्यमवर्गीय परिवार का आर्थिक गणित बिगाड़ दिया है। प्राइवेट नौकरी और छोटा-मोटा कारोबार करने वाले लोगों के लिए अपने बच्चों के स्कूलों की महंगी फीस भर पाना काफी मुश्किल हो गया है। अभिभावकों की इस मजबूरी को समझते हुए राष्ट्रीय अभिभावक मंच ने फीस माफी के लिए एक अभियान छेड़ा हुआ है। मंच के अभिभावक व शहर के थोक सर्राफा कारोबारी राहुल गुप्ता और भाजपा नेता अभिषेक खरे लगातार स्कूलों संचालकों से संपर्क कर उन्हें फीस माफी के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
राष्ट्रीय अभिभावक मंच की इस पहल का असर भी दिख रहा है। अब तक कई स्कूल फीस माफी का ऐलान कर चुके हैं। इसी क्रम में राजधानी के इंदिरानगर स्थित आरएस एकेडमी ने भी अपने बच्चों की दो महीने की फीस माफ करने की घोषणा की है। स्कूल की प्रिंसिपल चित्रांशी शुक्ला और डायरेक्टर मनु शुक्ला ने बताया कि इस महामारी के दौरान हम अभिवावकों के साथ हैं। हमसे जितनी मदद बन पड़ेगी, हम करेंगे। आरएस अकादमी में 200 स्टूडेंट्स पढ़ते हैं। स्कूल में 10 टीचर्स का स्टाफ है। स्कूल मैनेजमेंट ने यह भी कहा है कि बच्चों की फीस माफ करने के बाद भी शिक्षकों की सैलरी में कटौती नही की जाएगी। उन्हें पूरी सैलरी दी जाएगी।
बता दें कि लाॅकडाउन के बाद से ही सभी तरह की आर्थिक गतिबिधियां ठप हैं। दो महीने से ज्यादा के लाॅकडाउन ने हजारों लोगों की नौकरियां खत्म कर दी। वहीं सभी तरह का कारोबार व व्यापार भी बंद रहा। जिसके चलते आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। अब 1 जून से लाॅकडाउन-5.0 में कुछ ढील मिलने के बाद लोगों का रोजगार, कारोबार शुरू हुआ है। तो आर्थिक हालात में कुछ सुधार होने की भी उम्मीद है।