राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर ‘वंदे भारत मिशन’ के तहत विदेशों से प्रवासी भारतीयों को लेकर कई उड़ाने आ रही हैं। इसलिए लखनऊ एयरपोर्ट पर यात्रियों के सुरक्षित सफर और कोरोना के संक्रमण से बचाव की तैयारियां अन्तिम दौर में चल रही हैं। लॉकडाउन का तीसरा चरण 17 मई को समाप्त हो रहा है। इसलिए नगर विमानन महानिदेशालय ने घरेलू विमान सेवाओं के संचालन की रूपरेखा तैयार कर ली है।
एयरपोर्ट प्राधिकरण की सूचना के बाद कभी भी घरेलू विमान सेवाओं का संचालन करने के लिए लखनऊ एयरपोर्ट प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। एयरपोर्ट पर सुरक्षा जांच से पहले यात्रियों के बोर्डिंग पास पर स्टाम्प एविएशन सुरक्षा के कर्मचारी लगायेंगे। यात्रियों के बोर्डिंग पास और उनके पहचान पत्र को उच्च क्षमता वाले सीसीटीवी से डिजिटल रिकार्ड किया जायेगा। सीसीटीवी की रिकार्डिंग 30 दिनों तक सुरक्षित रखी जायेगी। इसके लिए विमानन कम्पनियां जल्द ही मॉनिटरिंग सिस्टम बनायेंगी।
वहीं एयरपोर्ट पर कारों से छोड़ने आने वाले लोगों को टर्मिनल में प्रवेश नहीं दिया जायेगा। एक समय में एयरपोर्ट के अन्दर तय यात्री ही प्रवेश करेंगे। इसके लिए टोकन सिस्टम लागू करने पर विचार चल रहा है। कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए कोई भी यात्री किसी को न छुये, इसके लिए ऑटोमैटिक लगेज सिस्टम और ई बोर्डिंग पास के अधिक इस्तेमाल की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा यात्रियों को कोरोना से बचाव के लिए विमानन प्राधिकरण ने 350 मिलीलीटर सेनेटाइजर साथ लेकर यात्रा करने की अनुमति दे दी है। हालांकि इसकी जानकारी यात्री को एयरपोर्ट पर लिखित देनी होगी। दरअसल लॉकडाउन के तीसरे चरण में देश में यात्रियों को लाने व ले जाने के लिए स्पेशल ट्रेन सेवाओं के शुरू होने के बाद अब विमानों के भी सीमित संख्या में उड़ान भरने की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
लखनऊ एयरपोर्ट के निदेशक ए.के. शर्मा ने शनिवार को बताया कि लॉकडाउन का तीसरा चरण खत्म होने पर विमानों के सामान्य परिचालन को लेकर अभी मुख्यालय से कोई निर्देश नहीं मिला है। वंदे भारत मिशन के तहत कई उड़ानों को लखनऊ एयरपोर्ट पर जल्द आना है। इसलिए तैयारियां अंतिम दौर में चल रही हैं। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन का तीसरा चरण खत्म होने पर यदि मुख्यालय से विमानों के संचालन का निर्देश मिलता है तो लखनऊ एयरपोर्ट पूरी तरह से तैयार है।