लखनऊ। राजकीय बाल गृह में दिन गुजार रहे बेसहारा बच्चों को अब लखनऊ के लक्जरी अस्पतालों में इलाज मिलेगा। दूसरे बच्चों की तरह वह भी प्ले ग्राउंड में खेलकूद करेंगे। शनिवार को डीएम अभिषेक प्रकाश ने इसका निर्देश दिया है।
जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश शनिवार को लखनऊ के प्रगनारायन रोड स्थित राजकीय बाल गृह का निरीक्षण करने पहुँचे थे। उन्होंने बच्चों का इलाज और उनका रूटीन मेडिकल चेकअप करने वाले अस्पतालों की लिस्ट देखी तो उसमें ज्यादातर सरकारी अस्पताल ही थे।
इसपर डीएम ने शहर के नामचीन चंदन और नेल्सन समेत कई निजी अस्पतालों को बाल गृह से जोड़ने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि किस बच्चे का कौन से अस्पताल में इलाज होगा यह तय होना चाहिए। उस अस्पताल के अधीक्षक की जिम्मेदारी होगी कि सूचीबद्ध बच्चों का हर महीने समय से चेकअप कराएं।
एलडीए एक सप्ताह में तैयार करे प्ले ग्राउंड का इस्टीमेट
डीएम ने बाल गृह परिसर में बच्चों के लिए आधुनिक सुविधाओं वाला प्ले ग्राउंड बनाने का निर्देश दिया है। इसके लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण से एक सप्ताह में इस्टीमेट मांगा गया है। डीएम ने कहा कि इस ग्राउंग मे खेलकूद के सभी उपकरण लगे होने चाहिए। घास लगाकर पूरे परिसर को सुसज्जित किया जाए। डीएम म कहना है कि मासूम बच्चों को हर वह सुविधा मिलनी चाहिए जो उन्हें परिवार से मिल सकती थी।
निरीक्षण के दौरान यह व्यवस्था दिखी
-बच्चों को सुबह नाश्तें में मैक्रोनी, दोपहर के भोजन में तहरी, पापड़, अचार, सलाद एवं सेब, केला दिया गया था। -बच्चों के मेडिकल पत्रावलियों को देखकर जिस बच्चें की जन्मतिथि न पता हो उसके जन्म के माह व वर्ष का अंकन किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
-एजेन्सी के माध्यम से तैनात कार्मिकों को दीपावली से पहले चाइल्ड काॅर्पेस फण्ड से मानदेय का भुगतान किये जाने की अनुमति दी।
-दीपावली त्यौहार के दृष्टिगत समस्त कार्मिकों को सद्भावना समिति से प्रति कार्मिक रू 2,000 बोनस के रूप में भुगतान करने का निर्देश दिया।