लखनऊ संवाददाता
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी कोरोना के बढ़ते मामलों ने दहशत फैला रखी है। दिन ब दिन मामले सामने आ रहे है। इन मामलों ने सरकारी मशीनरी को परेशान कर रखा है। सदर की तर्ज पर कैसरबाग मछली मोहाल में भी कोरोना के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। इसकी शुरुआत गुरुवार से कर दी गई। घर-घर स्क्रीनिंग का अभियान चालू किया गया। इसमें बुखार, सर्दी-जुकाम समेत दूसरे लक्षणों की जांच की गई। कैसरबाग व मछली मोहाल में अब तक 14 से ज्यादा लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हो चुकी है।
संक्रमण पर काबू पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग, नगर निमग व पुलिस ने अभियान छेड़ दिया है। सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल के मुताबिक सदर की तरह सभी घरों में स्क्रीनिंग की जाएगी। 3,101 घरों में रहने वाले 13,812 लोगों की जांच की गई। कोरोना से संबंधित लक्षण पूछे किए। उन्होंने बताया कि कोरोना की आशंका में कुछ लोगों के नमूने लिए गए हैं। जिन लोगों में कोरोना के लक्षण नजर आ रहे हैं या फिर मरीज के सीधे संपर्क में उन्हें क्वॉरंटीन में भेजा जा रहा है।
14 दिन क्वॉरंटीन में गुजारना होगा।पूरा इलाका सीलकोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए कैसरबाग और मछली मोहाल को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। बेवजह घर से बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गई है। सभी से घरों में रहने की अपील की जा रही है। जरूरी सामान लोगों तक पहुंचाया जा रहा है।
केजीएमयू में 25000 जांचें
केजीएमयू में 24 घंटे कोरोना की जांच हो रही है। प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि अब तक 25 हजार से ज्यादा नमूनों की जांच की जा चुकी है। डॉक्टर, टेक्नीशियन व सांइटिस्ट जांच में लगे हैं। प्रदेश के कई जिलों से नमूने जांच के लिए आ रहे हैं। उधर, स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि अधिक से अधिक लोगों की जांच के लिए प्रयोगशाला में व्यवस्था की जा रही है। प्रदेश के 11 और सेंटरों में जल्द ही कोरोना जांच की सुविधा शुरू होगी। इसकी प्रक्रिया तेज कर दी गई है।