लखनऊ। अब सब्जी खरीदते समय टूटे पैसों का झंझट नहीं रहेगा। साथ ही रुपये के अदान-प्रदान से कोरोना संक्रमण का खतरा भी नहीं होगा। इसके लिए अब पटरी दुकानों पर कैशलेस पेमेंट होगा। पेटीएम और भीम एप समेत अन्य कैशलेस सुविधाओं का लाभ आप यहां भी ले सकेंगे।
पटरी दुकानदारों को कैशलेस भुगतान लेने पर जोर देने के लिए कार्ययोजना तैयार हो गई है। प्रधानमंत्री की स्वनिधि ऋण योजना का लाभ लेने वाले पटरी दुकानदारों को कैशलैस योजना से जोडऩे के लिए नेशनल एलायंस ऑफ स्ट्रीट वेंडर ऑफ इंडिया (नॉसवी) दिल्ली को जिम्मा दिया गया है।
लखनऊ में इसका शुभारंभ हो गया है। इसके लिए नगर निगम और जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) का पेटीएम से करार हो गया है। अब नॉसवी चरणबद्ध तरीके से पेटीएम टीम की मदद से पटरी दुकानदारों को प्रशिक्षण देगी।
सोमवार से लखनऊ नगर निगम के सभी जोन में यह डाटा एकत्र किया जा रहा है कि कितने पटरी दुकानदार डिजिटल पेेमेंट ले रहे हैं। शेष पटरी दुकानदारों की सूची तैयार कर उन्हें डिजिटल पेमेंट के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
खुशीराम बनेंगे ब्रांड एंबेसडर
27 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संवाद करने वाले पटरी दुकानदार विजय बहादुर ‘खुशीराम’ को लखनऊ नगर निगम अब डिजिटल पेमेंट के प्रति पटरी दुकानदारों को जागरूक करने के लिए ब्रांड एंबेसडर बनाने जा रहा है। चौक में भेलपुरी बेचने वाले खुशीराम खुद भी पेटीएम से ही भुगतान लेते हैं और प्रधानमंत्री को भी उन्होंने बताया था कि वह भुगतान के लिए पेटीएम का उपयोग करते हैं।
नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी का कहना है कि खुशीराम डिजिटल पेमेंट ले रहे हैं और उन्हें नगर निगम द्वारा ब्रांड एंबेसडर बनाया जाएगा, जिससे अन्य पटरी दुकानदार भी प्रोरित हो सकें।