लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में प्रभु श्रीराम की प्रतिमा भी लगाए जाने की घोषणा यूपी सरकार की तरफ से की गई थी। इस बीच समाजवादी पार्टी ने भी 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ब्राहम्णों को रिझाने की कवायद में जुट गई है। इसे राजनीति का तकाजा कहें या कुछ और भाजपा के बाद अब “काम बोलता है” का नारा देने वाली समाजवादी पार्टी के नेता अभिषेक मिश्रा ने कहा है कि लखनऊ में भगवान श्री परशुराम की 108 फ़ीट मूर्ति के साथ उनका भव्य मंदिर बनाया जाएगा। यही नहीं साथ मे एक बड़ा पार्क और उसमें एजुकेशनल रिसर्च सेंटर भी बनाया जाएगा।
कब तैयार होगा प्रोजेक्ट
अभिषेक मिश्रा ने बताया कि यह तय हो गया है कि मंदिर और मूर्ति कौन बनाएगा। मूर्ति कहां लगेगी और एजुकेशनल रिसर्च सेंटर में क्या होगा। लेकिन अभी जब तक प्रोजेक्ट को हम फाइनल रूप न दे दे तब तक कुछ नही बता सकते। भगवान परशुराम चेतना पीठ के अंतर्गत यह मंदिर बनवाया जाएगा।
मंदिर में होगी भगवान श्रीपरशुराम की पूजा
अभिषेक मिश्रा ने बताया- मैं और लंभुआ के पूर्व विधायक संतोष पांडेय ने तय किया है कि 108 फ़ीट की मूर्ति लगाएंगे। दुनिया मे इतनी बड़ी मूर्ति अभी कहीं नही है। उन्होंने कहा यह सारा काम हम अपने पास से और जनता से चंदा लेकर करेंगे। उन्होंने कहा मंदिर में भगवान की पूजा भी की जाएगी।
क्या समाजवादी पार्टी की भी सहमति है?
इस सवाल के जवाब में अभिषेक मिश्रा कहते हैं कि हमने जनेश्वर मिश्रा की मूर्ति लगाई साथ ही बड़ा सा पार्क भी बनाया है जोकि सबके काम आ रहा है। उन्होंने कहा मैं समाजवादी पार्टी से जुड़ा हूँ तो जाहिर है कि उनकी सहमति है। हम मूर्ति बनाएंगे, हम मंदिर बनाएंगे, हम एजुकेशनल रिसर्च सेंटर बनायेगे। जहां किताबे लिखी जाएंगी, उस पर रिसर्च होगी। म्यूज़िक तैयार किया जाएगा। कुल मिलाकर गरुकुल का जो कॉन्सेप्ट है उसे एडॉप्ट करेंगे।
कौन हैं अभिषेक मिश्रा
अभिषेक मिश्रा ने 2012 में सपा जॉइन की थी। इससे पहले वह आई आई एम लखनऊ में गेस्ट फैकल्टी के तौर पर पढ़ाया करते थे। उनके पिता आईएएस रहे हैं। बताया जाता है वह मुलायम सिंह यादव के भी काफी करीब रहे हैं। अभिषेक अखिलेश गवर्नमेंट में प्रोटोकाल मिनिस्टर भी रहे हैं। साथ ही उनके काफी करीब माने जाते हैं। 2014 का वह लखनऊ से लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं।
बताया जा रहा है कि जितनी भगवान परशुराम की जितनी ऊंची प्रतिमा लगवाने की बात सपा की ओर से की जा रही है उतनी ऊंची प्रतिमा देशभर में कहीं नहीं है। सपा के सूत्रों की माने तो आने वाले परशुराम जयंती के अवसर पर यह प्रतिमा लगाई जा सकती है। इससे पहले अखिलेश यादव की सरकार में परशुराम जयंती के अवसर पर अवकाश घोषित था लेकिन योगी सरकार ने इसे समाप्त करने का फैसला लिया था।
योगी ने सत्ता में आते ही की थी प्रभु श्रीराम की मूर्ति लगवाने की घोषणा
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2017 में सत्ता में आते ही अयोध्या में व्यापक स्तर पर दीपावली उत्सव मनाने की शुरुआत की थी। पहले कार्यक्रम में सीएम ने घोषणा की थी कि अयोध्या में सरयू नदी के तट पर 251 मीटर ऊंची भगवान श्रीराम की प्रतिमा लगाई जाएगी, जो विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी।