लाल किले के प्राचीर से पीएम का संबोधन कल, जमीन से आसमान तक सुरक्षा व्यवस्था

नई दिल्ली। देश आजादी के 75वां महोत्सव मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले के प्राचीर से देश को संबोधित करेंगे। इसको लेकर लाल किले में और उसके आसपास एक बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। वहीं स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले आतंकी हमले की धमकी को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। अधिकारियों ने लाल किले में होने वाले कार्यक्रमों और सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

पीएम मोदी के लिए सुरक्षा व्यवस्था, पांच किमी हवाई क्षेत्र चिह्नित

लाल किले की प्राचीर से पीएम नरेंद्र मोदी 15 अगस्त को तिरंगा फहराएंगे और देश को संबोधित करेंगे। इस दौरान दुनिया भर से कई वीआईपी, वीवीआईपी, एनसीसी कैडेट और अन्य विशेष आमंत्रित लोग, जनता के साथ इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे। वहीं सुरक्षा दस्ता वीवीआईपी काफिले के लिए मार्ग सुनिश्चित करेगा।

शांतिपूर्ण आयोजन के लिए भीड़ को नियंत्रित करने के उपाय भी किए गए हैं। इसके अलावा कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर कोविड-19 प्रोटोकॉल को भी लागू किया जाएगा। साथ ही लाल किले के चारों ओर पांच किलोमीटर के दायरे में हवाई क्षेत्र को भी चिह्नित किया गया है।

लाल किले के आसपास 10,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात

स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर लालकिले के प्रवेश द्वार पर चेहरे की पहचान प्रणाली (एफआरएस) वाले कैमरे लगाए गए हैं। पुलिस के अनुसार, लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में लगभग सात हज़ार मेहमान शिरकत करेंगे। वहीं लाल किले के आसपास 10,000 से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।

पांच किमी के दायरे में नहीं उड़ा सकेंग पतंग

वहीं दिल्ली पुलिस ने ड्रोन और यूएवी आदि से किसी संभावित खतरे का मुकाबला करने के लिए लाल किला क्षेत्र में छतों और अन्य संवेदनशील स्थानों पर 400 से अधिक पतंग या उड़ने वाली किसी भी वस्तु को पकड़ने वाले लोगों को तैनात किया है। तिरंगा फहराए जाने तक लाल किले के आसपास के पांच किलोमीटर के क्षेत्र को नो काइट फ्लाइंग जोन के रूप में चिह्नित किया गया है।

डीआरडीओ ने लगाई ड्रोन रोधी प्रणाली

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने ‘ड्रोन रोधी प्रणाली’ भी लगाई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक, लाल किले पर और उसके आसपास उच्च विशिष्टता वाले सुरक्षा कैमरे लगाए हैं और उनके फुटेज की 24 घंटे निगरानी की जाएगी। इस बार, आमंत्रित मेहमानों की संख्या बढ़कर सात हज़ार तक पहुंच गई है। हमने लाल किले के प्रवेश द्वार पर भी एफआरएस कैमरे तैनात किए हैं।

इन चीजों को साथ ले जाने पर प्रतिबंध, धारा 144 लागू

15 अगस्त को लाल किला परिसर में खाना, पानी की बोतलें, रिमोट से नियंत्रित कार की चाबियां, धूम्रपान का लाइटर, बक्से, हैंडबैग, कैमरा, दूरबीन, छाता और इसी तरह की वस्तुओं की अनुमति नहीं होगी। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, दिल्ली में धारा-144 के प्रावधान पहले ही लागू कर दिए गए हैं. 13 अगस्त से 15 अगस्त तक लाल किले पर कार्यक्रम के अंत तक पतंग, गुब्बारे या चीनी लालटेन उड़ाते हुए पकड़े गए व्यक्ति को दंडित किया जाएगा।

दिल्ली पुलिस ने बढ़ा दी गश्त

सुरक्षा के मद्देनजर उत्तर, मध्य और नई दिल्ली जिला इकाइयों में निगरानी रखने के लिए लगभग एक हजार उच्च-विशिष्टता वाले कैमरे लगाए जाएंगे। ये कैमरे स्मारक तक जाने वाले ‘वीवीआईपी’ मार्ग की निगरानी में भी मदद करेंगे। दिल्ली पुलिस ने भी गश्त बढ़ा दी है। अधिकारियों ने बताया कि होटल, अतिथि गृह, पार्किंग स्थल और रेस्तरां की जांच की जा रही है। साथ ही, किरायेदारों और नौकरों का सत्यापन किया गया है।

लाल किले के आस-पास यातायात पर प्रतिबंध

दिल्ली में सोमवार को शहर का यातायात बदला रहेगा। कुछ सड़कें सुबह 4 बजे से 10 बजे तक सामान्य यातायात के लिए बंद रहेंगी। यहां केवल पास वाले वाहनों को ही जाने की अनुमति होगी।

  • दिल्ली गेट से छत्ता रेल तक नेताजी सुभाष मार्ग।
  • लोथियन रोड जीपीओ दिल्ली से चट्टा रेल तक।
  • एस.पी. मुखर्जी मार्ग से एच.सी. सेन​ ​मार्ग से यमुना बाजार चौक तक।
  • चांदनी चौक रोड फाउंटेन चौक से लाल किला तक।
  • रिंग रोड से नेताजी सुभाष मार्ग तक निषाद राज मार्ग।
  • एस्प्लेनेड रोड और इसके लिंक रोड से नेताजी सुभाष मार्ग।
  • राजघाट से आईएसबीटी तक रिंग रोड।
  • आईएसबीटी से आईपी फ्लाईओवर यानी सलीमगढ़ बाईपास तक आउटर रिंग रोड।

कमर्शियल वाहनों पर प्रतिबंध

रविवार को रात 10 बजे से सोमवार सुबह 11 बजे तक कमर्शियल औऱ यात्री वाहनों के आवागमन पर दिल्ली के बॉर्डरों पर प्रतिबंध रहेगा। इसमें नोएडा बॉर्डर, लोनी बॉर्डर, सिंघू बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, बदरपुर बॉर्डर, साफिया बॉर्डर, महाराजपुर बॉर्डर, आया नगर बॉर्डर, औचंडी बॉर्डर, सूर्य नगर बॉर्डर, रजोकरी बॉर्डर, ढांसा बॉर्डर, अप्सरा बॉर्डर, कालंदी कुंज बॉर्डर, झरोदा बॉर्डर, भोपुरा बॉर्डर, लाल कुआं पुल प्रह्लाद पुर बॉर्डर, और टिकरी बॉर्डर शामिल हैं। वहीं जीटी रोड, आईएसबीटी कश्मीरी गेट ब्रिज, कौरिया पुल, लाल किला, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के लिए बसें आईएसबीटी ब्रिज से चलेंगी और मोरी गेट यू-टर्न के पास बुलेवार्ड रोड पर यात्रा समाप्त होगी।

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