दुबई। ईरान के सरकारी टेलीविजन ने बुधवार को लाल सागर में अपने मालवाहक जहाज पर हमला होने की पुष्टि की है। यह जहाज ईरान की पैरामिलिट्री रेवोल्यूशनरी गार्ड का बेस है और कई साल से लाल सागर में खड़ा है।
ईरानी टीवी ने विदेशी मीडिया का हवाला देते हुए कहा है कि एमवी साविज जहाज पर हमला किया गया है। साथ ही कहा है कि अमेरिका के साथ उसका तनाव और बढ़ सकता है। यह जहाज लंबे समय से इस क्षेत्र में खड़ा है। सऊदी अरब और अन्य देश लगातार इसकी निंदा कर रहे थे। ब्रिटेन के विशेषज्ञों का आरोप है कि इस जहाज के जरिए यमन के हूती विद्रोहिय़ों को हथियार उपलब्ध कराए जा रहे हैं। हालांकि ईरान ने खुद पर लगे इन आरोपों का खंडन किया है।
जहाज बाबेल-मनदेब प्वाइंट पर खड़ा है, जो अंतरराष्ट्रीय जहाजरानी के लिए एक अहम प्वाइंट है। एमवी साविज जहाज का मालिकाना हक इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान शिपिलंग लाइन्स के पास है। 2016 के अंत में इसे लाल सागर में तैनात किया गया था। इस दौरान यह जहाज दहलाक द्वीपसमूह की ओर बढ़ा है, जो अफ्रीकी देश इरिट्रेया के तट की ओर है।
सरकारी टीवी में एंकर ने न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि एक अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक, इजराइल ने जहाज पर हमले के बारे में अमेरिका को पहले ही अवगत करा दिया था। हालांकि इजराइली अधिकारियों ने मीडिया से इस संबंध में बात करने से मना कर दिया है।