नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1.5 लाख हो गई है। दुनिया में अब तक 51 लाख 9 हजार 937 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। देश में लॉकडाउन-4 में कई राज्यों में सोशल डिस्टेंसिंग और केंद्र की गाइडलाइन का ठीक से पालन नहीं हो रहा है। इसके लिए गुरुवार को केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने लॉकडाउन के नियमों के सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए। केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा कि नाइट कर्फ्यू गाइडलाइन का अहम हिस्सा है। शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक हर तरह की गैर-जरूरी गतिविधियों को रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन जरूरी कदम उठाए।
गुरुवार को दिल्ली में 571, तमिलनाडु में 776, राजस्थान में 139, बिहार में 124, कर्नाटक में 143, ओडिशा में 51 मरीज मिले। इनके अलावा 307 ऐसे मरीज हैं, जिनके राज्यों की जानकारी नहीं मिल सकी है। ये आंकड़े covid19india.org और राज्य सरकारों से मिली जानकारी के आधार पर हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में 1 लाख 12 हजार 359 मरीज हैं। इसमें से 63 हजार 624 का इलाज चल रहा है, 45 हजार 299 ठीक हुए हैं और 3435 की मौत हुई है।
कश्मीर में संक्रमित की शॉप के बेकरी प्रोडक्ट नष्ट किए गए
कश्मीर के बारामूला जिले में वाटरगाम इलाके में दो बेकरी संचालकों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद दोनों की शॉप में तैयार बेकरी आइटम नष्ट किए गए। इन दोनों ही बेकरी में ईद के त्यौहार को देखते हुए बड़ी मात्रा में बेकरी आइटम तैयार किये जा चुके थे। प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए पूरी सामग्री को जमीन में दफन करा दिया।-
सीआरपीएफ में 9 केस मिले, एसआई ने दम तोड़ा
दिल्ली में सीआरपीएफ के 9 जवान संक्रमित मिले हैं। कोरोना से एक सब इंसपेक्टर (50 साल) की मौत हो गई। इस बल में 335 जवान पॉजिटिव मिल चुके हैं। फिलहाल, 121 का इलाज चल रहा है। राहत की बात ये है कि बीते 24 घंटे में आईटीबीपी और बीएसएफ में कोई नया मामला सामने नहीं आया। बीएसएफ के 274 जवान ठीक हो गए हैं, अभी 87 अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं, आईटीबीपी में संक्रमित मिले 119 जवानों में से 67 ठीक हो गए हैं।
असम के चाय बागानों में कामकाज शुरू
लॉकडाउन-4 की गाइडलाइन में आर्थिक गतिविधियां शुरू करने पर जोर दिया गया है। इसके बाद असम के कई चाय बागानों में कामकाज शुरू हो गया है। डिब्रूगढ़ में पौधों से चाय की पत्तियां चुनने के लिए मजदूर बागानों में पहुंच गए हैं। हालांकि सभी कर्मचारियों को गृह मंत्रालय की गाइडलाइन मानने के निर्देश दिए गए हैं।