5 मई को सिनेमाघरों में रिलीज हुई सुदीप्तो सेन की फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ सिनेमाघरों में तहलका मचा रही है। ठीक उसी दिन एक और फिल्म रिलीज हुई थी सुधीर मिश्रा की ‘अफवाह’ जिसका कोई नाम लेवा नहीं है। अब सुधीर मिश्रा ने इसपर आश्चर्य जताते हुए पूछा- “वक्त अजीब होता है। मेरा विचार ये हैं कि यह फिल्म लोगों तक पहुंचे। यह बातचीत के लिए है। मैं आमतौर पर लोगों की प्रतिक्रिया के बारे में परवाह नहीं करता, लेकिन इस बार मुझे फिक्र हो रही है।”
समाज में कैसे न्यूज चैनल और कुछ लोग अफवाहों को हवा देते हैं और कैसे उनसे नुकसान पहुंचता है। नवाजुद्दीन सिद्दीकी और भूमि पेडनेकर स्टारर इस फिल्म के लिए सुधीर मिश्रा ने कहा- “मेरा इरादा किसी का अपमान करना नहीं है। पर ये बिल्कुल वैसी ही फिल्म है, जैसी मैं बनाना चाहता था। जहां तक भड़काऊ होने की बात है, जब मैं दिल्ली में स्क्रीनिंग से बाहर आया, तो सभी ने एक ही सवाल पूछा: ‘फिल्म सेंसर से कैसे पास हो गई?’ हम शायद गलत हैं। हम जितना सोचते हैं उससे कहीं ज्यादा आजाद समाज में रह रहे हैं। सीबीएफसी स्वायत्त है।”
फिल्म की कहानी निवेदिता भूमि पेडनेकर के इर्द गिर्द घूमती है, जो अपने राजनेता-मंगेतर के चंगुल से बच जाती है और उसके आदमियों द्वारा पीछा किया जाता है। जब रहब अहमद उसकी मदद के लिए आगे आता है, तो राजनेता, निवेदिता के बचाव को झूठे लव जिहाद की कहानी में बदल देता है। हालांकि फिल्म के प्रमोशन में लव जिहाद के मुद्दे को दूर रखा गया।
निर्देशक बताते हैं, “फिल्म में जहां एक राक्षस आपका पीछा कर रहा है तो दूसरी तरफ एक अफवाह आपके रास्तों को और मुश्किल बना रही है। फिल्म लव जिहाद के बारे में नहीं है, आगे उन्होंने कहा- “मेरा काम एक फिल्म बनाना था और मैंने ईमानदारी से इसे बनाया। हम सनकी समय में रह रहे हैं। लगभग कोई भी हमसे ऐसी कहानियां कहने की उम्मीद नहीं करता है।”
फिल्म निर्माता स्वीकार करते हैं कि ‘द केरल स्टोरी’, लोगों के लिए विकल्प के तौर पर मौजूद है। “दोनों फिल्में सच्ची और वैध हैं। यह दिलचस्प होगा अगर लोग दोनों को देखें। लोग कहते हैं कि कोई हमारे समय के बारे में बात नहीं कर रहा है। मैं हूं और मैं केवल उम्मीद कर सकता हूं कि लोग फिल्म को अस्वीकार न करें। मैंने विवेक अग्निहोत्री के साथ एक पॉडकास्ट भी किया था।”