कानपुर। मध्य प्रदेश में उज्जैन के महाकाल मंदिर के बाहर पकड़ा गया दुर्दांत विकास दुबे शुक्रवार को कानपुर में उत्तर प्रदेश एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में ढेर हो गया। कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव में सीओ सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपित विकास दुबे की कानपुर में एसटीएफ के साथ मुठभेड़ हो गई। विकास दुबे को दो गोलियां लगीं, एक सीने पर तो दूसरी कमर में लगी।
आसपास के लोगों ने गोलियों के तड़तड़ाहट की आवाज सुनी। पुलिस के अनुसार विकास ने पिस्टल छीनकर गोली चलाई थी। जिसके बाद उसके ऊपर फायर किया गया। गोली लगने से गंभीर रूप से घायल विकास ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। उसको बेहद गंभीर स्थिति में हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां डॉक्टरों ने विकास दुबे को मृत घोषित किया। कार हादसे में गाड़ी में मौजूद एसटीएफ के दो कर्मचारी भी घायल हुए हैं। घायलों को हैलेट अस्पताल पहुंचाया गया है।
कानपुर के एसएसपी दिनेश पी ने विकास दुबे के मुठभेड़ में मारे जाने की पुष्टि की है। एसएसपी दिनेश कुमार पी के मुताबिक गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे पुलिस वालों के हथियार लेकर भाग रहा था। पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की तो उसने फायरिंग की और जवाबी कार्रवाई में दुर्दांत अपराधी विकास दुबे मुठभेड़ में मारा गया।कानपुर में सचेंडी क्षेत्र के कन्हैया लाल हॉस्पिटल के पास एनकाउंटर स्थल का मुआयना करने कानपुर एसएसपी दिनेश कुमार पी और आईजी मोहित अग्रवाल हैलट अस्पताल भी पहुंचे।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि कानपुर में आज विकास दुबे मुठभेड़ में मारा गया है। यहां के थाना चौबेपुर पर दिनांक 03.07.2020 को पंजीकृत मुअस 192/20 धारा 147/148/149/ 302/307/394/120बी भादवि व सात सीएलए एक्ट जो आठ पुलिसकॢमयों के शहीद होने से सम्बंधत है, में वांछित पांच लाख रुयपा इनामियां अभियुक्त विकास दुबे पुत्र राम कुमार दुबे निवासी बिकरू थाना चौबेपुर कानपुर नगर को उज्जैन, मध्य प्रदेश पुलिस के गिरफ्तार करने के बाद पुलिस व एसटीएफ टीम आज कानपुर नगर ला रही थीं। कानपुर नगर भौंती के पास पुलिस का उक्त वाहन दुर्घटना ग्रस्त होकर पलट गया, जिससे उसमें बैठे अभियुक्त व पुलिस जन घायल हो गये।
इसी दौरान अभियुक्त विकास दुबे उपरोक्त ने घायल पुलिस कर्मी की पिस्टल छीन कर भागने की कोशिश की। पुलिस टीम ने पीछा कर उसे घेर कर आत्मसमर्पण करने के कहा गया किन्तु वह नहीं माना और पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायर करने लगा। पुलिस ने आत्मरक्षार्थ जबाबी फायरिंग की गई, उपरोक्त विकाश दुबे घायल हो गया, जिसे तत्काल ही ईलाज के अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान अभियुक्त विकास दुबे की मृत्यु हो गयी है।
पांच लाख के इनामी विकास दुबे ने पुलिस का उक्त वाहन पलटने के बाद एसटीएफ की गिरफ्त से भागने का प्रयास किया। उसने दुर्घटना में घायल पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर फायरिंग की। विकास दुबे ने एसटीएफ की टीम पर हमला कर दिया। इसके बाद एसटीएफ की फायरिंग में गंभीर रूप से घायल विकास ने दम तोड़ दिया।