नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक अधिकारियों के साथ बैठक करेंगी। इस बैठक में वह बैंकों के प्रदर्शन और आर्थिक सुधार के लिए सरकार की सभी योजनाओं की भी समीक्षा करेंगी। वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश करने के बाद उनकी यह पहली समीक्षा बैठक होगी।
सूत्रों के मुताबिक निर्मला सीतारमण सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के वित्तीय प्रदर्शन, संपत्ति की गुणवत्ता और फंसे कर्ज से रिकवरी की समीक्षा करने के लिए सोमवार, 20 जून को इन बैंकों के साथ बैठक की अध्यक्षता करेंगी। इस बैठक में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के चेयरमैन सहित सभी सरकारी बैंकों के प्रबंध निदेशक (एमडी) एवं मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) शामिल होंगे।
वित्त मंत्री के साथ होने वाली इस बैठक में सरकारी कर्जदाताओं के कारोबार के प्रदर्शन का आकलन, कर्ज में बढ़ोतरी, संपत्ति की गुणवत्ता, फंसे कर्ज की वसूली और 100 करोड़ रुपये से ऊपर की गैर-निष्पादित संपत्तियों की समीक्षा शामिल होगी। इसके साथ ही वो इन बैंकों के पूंजी जुटाने की योजना का भी मूल्यांकन करेगी।
इसके अलावा वित्त मंत्री इस बैठक में वित्तीय समावेशन में बैंकों के प्रदर्शन का आकलन और केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेंगी। खासकर प्रधानमंत्री जनधन योजना (पीएमजेडीवाई) के तहत खोले गए खातों के कामकाज पर भी चर्चा होगी, जिसे आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत घोषित किया गया था।
उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री के साथ सरकारी बैंक प्रमुखों की यह बैठक ऐसे वक्त में होने जा रही है, जब सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक मुनाफे में आ गए हैं। बैंक सरकार द्वारा पूंजी डालने पर भरोसा करने की बजाय बाजार से पूंजी जुटाने की संभावना तलाश रहे हैं।