पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बुधवार को एक बार फिर शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा है। उन्होंने मंत्री रामसूरत राय के भाई हंसलाल राय के स्कूल से शराब बरामदगी के मामले में खुलासा करते हुए कहा कि इस मामले में न केवल हंसलाल राय आरोपी हैं बल्कि मंत्री के भांजो को भी आरोपी बनाया गया है। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हंसलाल राय के स्वामित्व वाले स्कूल में शराब बरामद हुई। करीब पांच महीना गुजर गया, लेकिन अब तक मंत्री के भाई और भांजे को गिरफ्तार नहीं किया गया है और नाही उस परिसर में थाना खोला गया है।
उन्होंने कहा कि शराब बरामदगी के दौरान जो पिकअप वैन भी जब्त किया गया था, वह भी मंत्री के भाई का ही है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि शराबबंदी कानून को लेकर सरकार दोहरी नीति अपना रही है। उन्होंने कहा कि कहा कि 1 अप्रैल को बिहार में शराबबंदी लागू की गई थी। इस साल एक अप्रैल को शराबबंदी के पांच साल पूरे हो जाएंगे। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर एक अप्रैल तक शराब बरामद वाले परिसर में थाना नहीं खोला जाता है तो राजद और महागठबंधन के लोग मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे।
उन्होंने मुख्यमंत्री को सलाह देते हुए कटाक्ष किया कि यदि इस एक अप्रैल तक मंत्री के भाई और भगीने को इस मामले में गिरफ्तार नहीं किया गया तो मुख्यमंत्री आवास में एक ठेका खोल लें। इसके साथ ही साथ सारे मंत्री के घर में एक-एक ठेका खोलवा दें।
तेजस्वी यादव ने बिहार के लोगों से अपील कि है कि अगर मंत्री के भाई के परिसर में थाना नहीं खोला गया तो वैसे लोग मुख्यमंत्री पर मुकदामा दायर करें, जिनकी संपत्ति शराबबंदी कानून के तहत जब्त की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि मंगलवार को सदन में खानदान तक की बातें हुई, मंत्री द्वारा मुक्का दिखाया गया लेकिन मुख्यमंत्री देखते रहे।
उल्लेखनीय है मुजफ्फरपुर जिले के एक स्कूल परिसर में शराब बरामद की गई थी। आरोप है कि यह परिसर मंत्री रामसूरत राय के भाई का है। इस घटना के बाद विपक्ष लागतार निशाना साध रहा है।