लखनऊ। उत्तर प्रदेश में साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। विधान सभा चुनाव को देखते हुए राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुट गए है। समाजवादी पार्टी अपनी सरकार बनाने का दावा जरूर कर रही है। हालांकि यह सच होगा या नहीं ये तो आने वाला वक्त बतायेगा।
उधर सपा से अलग हो चुके पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) प्रमुख शिवपाल यादव की नजरे भी साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव पर है।
इतना ही नहीं शिवपाल यादव अपनी पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने में लगे हुए है। शिवपाल यादव चाहते हैं कि समाजवादी पार्टी से विधानसभा चुनाव में गठबंधन हो।
इसके लिए उन्होंने भतीजे और समाजवादी पार्टी प्रमुख के साथ गठबंधन करने को लेकर इच्छा प्रकट की है। अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट के हवाले से खबर है कि शिवपाल यादव ने कहा कि गठबंधन के लिए उनकी पहली पसंद अखिलेश ही हैं। लेकिन उनका मन नहीं बदला तो हम छोटे दलों के साथ गठबंधन करेंगे। हालांकि शिवपाल यादव ने कई मौकों पर कहा है कि वो चाहते हैं कि सपा के साथ गठबंधन हो।
साल 2018 में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) का गठन करने वाले शिवपाल ने कुछ वक्त पहले भी अखिलेश से साथ गठबंधन करने की संकेत दिए थे।
शिवपाल ने बताया कि भाजपा ने 2019 चुनावों से पहले हमें ऑफर किया था लेकिन मैंने ठुकरा दिया था क्योंकि हमारी विचारधाराएं नहीं मिलती हैं। उस वक्त मैंने अखिलेश से गठबंधन के लिए पूछा था लेकिन उन्होंने मना कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो मुलायाम सिंह यादव ने अखिलेश और शिवपाल के बीच सुलह कराने की कोशिश की है।
अब देखना होगा कि क्या विधान सभा चुनाव में शिवपाल यादव की पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन होता है या नहीं।