कानपुर। सात साल पहले उन्नाव जनपद में एक हजार टन सोने की भविष्यवाणी कर राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय मीडिया में सुर्खियों में रहने वाले विरक्तानंद जी महाराज (शोभन सरकार) बुधवार को ब्रह्मलीन हो गये थे। शोभन सरकार के अंतिम संस्कार में लॉकडाउन के सोशल डिस्टेंसिंग (शारीरिक दूरी) की जमकर धज्जियां उड़ी थी। इस पर पुलिस ने गुरुवार को 4100 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। मुकदमे की जानकारी पर शुक्रवार को सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी ने चौबेपुर थाने अपनी गिरफ्तारी दी और निजी मुचलके पर उन्हे छोड़ दिया गया।
कानपुर देहात जनपद के शिवली थाना क्षेत्र में शोभन सरकार का आश्रम है और यहां के महंत विरक्तानंद जी महाराज (शोभन सरकार) बुधवार को ब्रह्मलीन हो गये थे। शोभन सरकार के ब्रह्मलीन होने की खबर जैसे ही भक्तों को लगी तो आश्रम में भक्तों की भारी भीड़ जमा होने लगी। इस पर प्रशासन ने जल्दबाजी में कानपुर नगर के चौबेपुर थाना क्षेत्र बंदी माता घाट पर गंगा में शोभन सरकार की जल समाधी दे दी गयी। इस दौरान भक्त आश्रम से लेकर गंगा घाट तक लॉकडाउन की बिना परवाह किये शारीरिक दूरी के नियमों को तार-तार कर दिया था। हालांकि शारीरिक दूरी का पालन कराने के लिए प्रशासन को पुलिस और पीएसी लगानी पड़ी थी, पर लॉकडाउन का पालन नहीं हो सका था। ऐसे में पुलिस के आलाधिकारियों के निर्देश पर गुरुवार को चौबेपुर थाना में पुलिस ने 4100 अज्ञात लोगों के खिलाफ लॉकडाउन के उल्लंघन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
वहीं शिवली थाने में सैकड़ों लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। इसके साथ ही पुलिस के आलाधिकारियों ने बयान दिया था वीडियो के जरिये सभी की गिरफ्तारी की जाएगी। लॉकडाउन के उल्लंघन में सभी पार्टियों के राजनेता भी शामिल रहे। मुकदमा दर्ज होने की जानकारी पर शुक्रवार को आर्य नगर से सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी खुद थाने पहुंचकर अपनी गिरफ्तारी दी। पुलिस ने उन्हे निजी मुचलके पर छोड़ दिया। इस दौरान सपा विधायक ने कहा कि जब मैं वहां पर था तो क्यों न अपनी गिरफ्तारी दूं और अन्य नेताओं को भी गिरफ्तारी देना चाहिये। जिससे पुलिस को परेशानियों का सामना न करना पड़े।
उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया है परन्तु मन व्यथित था और अपने को आने से रोक नहीं पाया। बीमारी धर्म नहीं देखती इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सभी को करना चाहिए। मुझे अखबार के माध्यम से पता चला की मुकदमा दर्ज किया गया है जब जनप्रतिनिधि मौजूद थे तो मुकदमा अज्ञात लोगों के खिलाफ क्यूँ ? मैंने अकेले थाने आकर अपने को पेश किया ताकि पुलिस को इस आपातकाल में परेशानी का सामना न करना पड़े और अपनी जमानत करा ली है। परन्तु यह सोचनीय है की एक संत मुख्यमंत्री के द्वारा इतने महान संत के गोलोकधाम जाने पर कोई टिप्पड़ी नहीं की गयी।
संभवतः कारण ये हो सकता है की श्री शोभन सरकार के आदेश पर सपा सरकार में बहुत कार्य हुए थे, श्री शोभन सरकार की विकास परक सोच का लाभ लाखों ग्रामीणों को मिलता रहा है और इसी लिए इस क्षेत्र में उन्हें भगवान् तुल्य माना गया है। उन्होंने भक्तों से अपील की है कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सभी लोग अपनी-अपनी अकेले आकर गिरफ्तारी दे।