नई दिल्ली। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने प्रवासी मजदूरों को लेकर सभी राज्यों को पत्र लिखकर उनके संकट को कम करने के लिए कदम उठाने के सुझाव दिए हैं। साथ ही उन्होंने राज्यों और रेलवे मंत्रालय के बीच समन्वय कर और अधिक विशेष ट्रेनों का संचालन करने की बात कही है।
गृह सचिव ने कहा है कि इसके तहत साफ-सफाई, भोजन और स्वास्थ्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ठहरने की जगहों की भी व्यवस्था की जानी चाहिए। पत्र में भल्ला ने इस बात पर जोर दिया कि बसों एवं ट्रेनों के प्रस्थान के बारे में स्पष्टता होनी चाहिए] क्योंकि इसके अभाव और अफवाहों के चलते श्रमिकों में बेचैनी देखी गई है। प्रवासी श्रमिकों के बीच महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की खास जरूरतों पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारी पैदल चल रहे मजदूरों को ठहरने के निर्धारित स्थानों पर या परिवहन के माध्यम उपलब्ध कराकर पास के बस अड्डे या रेलवे स्टेशन तक भेज सकते हैं। प्रवासियों के पते और फोन नंबर लिखें, ताकि आगे के संपर्कों का पता लगाने में मदद मिल सके। इसके अलावा ठहरने के स्थानों पर गैर सरकारी संस्थाओं (एनजीओ) के प्रतिनिधियों को काम पर लगाया जा सकता है।
भल्ला ने यह भी कहा है कि प्रशासनिक अधिकारियों या एनजीओ कर्मियों द्वारा ठहरने के स्थान पर लंबे समय तक एकांतवास के लिए रोके जाने संबंधी धारणा को खत्म करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। इसके अलावा अंतरराज्यीय सीमा पर प्रवासी मजदूरों को ले जा रही बसों को जाने की अनुमति दी जाए। श्रमिक जहां हैं, उन्हें वहीं रोकने के लिए खाने, स्वास्थ्य सुविधाओं और काउंसलिंग की व्यवस्था की जाए।