नई दिल्ली। साल 2023 धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। दरअसल ये साल भारतीय राजनीति के लिए बेहद खास है। कई राज्यों में विधान सभा चुनाव हो रहे हैं। इसके बाद लोकसभा चुनाव की भी उल्टी गिनती शुरू हो जायेगी।
इस वजह से राजनीतिक दलों के लिए ये साल काफी अहम होने जा रहा है। बीजेपी से लेकर कांग्रेस ने राज्यों के चुनाव के साथ-साथ लोकसभा चुनाव की तैयारी भी शुरू कर दी है।
इतना ही नहीं दोनों पार्टी अपने-अपने हिसाब से नई रणनीति पर काम कर रही है। हाल में कांग्रेस के दो राज्यों में सरकार बनी है।
हिमाचल प्रदेश के बाद कांग्रेस ने कर्नाट्रक में अच्छा प्रदर्शन किया और वहां पर अपनी सरकार बना डाली। कांग्रेस को अब राजस्थान और छत्तीसगढ़ से काफी उम्मीदें क्योंकि दोनों जगह पर उसकी सरकार है। दोनों ही राज्यों में इसी साल चुनाव होना है।
कांग्रेस के लिए राजस्थान काफी अहम है क्योंकि वहां पर गहलोत और पायलट के बीच जबरदस्त टकराव देखने को मिल रहा है।
कांग्रेस ने इस टकराव को कई बार खत्म करनी की पूरी कोशिश की लेकिन अभी तक उसकी कोशिशें रंग नहीं लाती दिखी है। कांग्रेस के लिए जितने अशोक गहलोत अहम है उतने ही सचिन पायलट भी कांग्रेस की बड़ी जरूरत है। ऐसे में जैसे-जैसे चुनाव करीब आ रहे हैं वैसे-वैसे कांग्रेस की टेंशन बढ़ रही है।
कांग्रेस चाहती है वक्त रहते ही दोनों का मामला सुलझ जाना चाहिए नहीं तो पंजाब की तरह वहां भी उसको सत्ता गवांनी पड़ सकती है।
कांग्रेस सचिन पायलट को मनाने में जुट गई है। कांग्रेस से जुड़े सूत्र बता रहे हैं कि कांग्रेस आलाकमान ने सचिन पायलट को फिर से प्रदेश अध्यक्ष बनाने का फार्मूला तैयार किया है जबकि एक जाट नेता को उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
कांग्रेस चाहती है किसी भी तरह से सचिन पायलट पार्टी में बने रहे हैैं। इस वजह से वो हर तरह के फार्मूले पर काम कर रही है। अब देखना होगा कि सचिन पायलट को लेकर कांग्रेस कितनी सफल होती है।