लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव में साथ मिलकर उतरने की पहले ही घोषणा कर चुके राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच सीटों को लेकर बात फाइनल हो गई है। मंगलवार को लखनऊ में रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की।
कुछ देर बाद ही अखिलेश यादव ने मुलाकात की फोटो ट्वीट की और लिखा ‘बदलाव की ओर’। अखिलेश के बाद जयंत चौधरी ने भी एक तस्वीर शेयर कर बढ़ते कदम लिखते हुए अपने इरादों की झलक दे दी।
माना जा रहा है कि दोनों दलों के बीच सीटों का मामला तय हो गया है। गठबंधन को अंतिम रूप दे दिया गया है। सूत्रों के अनुसार जयंत ने सपा से 50 सीटों की मांग की है। सपा नेतृत्व रालोद को 30 से 32 तक सीटें देने की पेशकश की है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश की चार से पांच सीटें ऐसी भी हैं जिन पर दोनों दल अपने प्रत्याशी उतरना चाहते हैं। कहा जा रहा है कि इस तरह की सीटों पर कद्दावर प्रत्याशियों को किसी भी (सपा या रालोद) सिंबल पर उतारा जा सकता है। ऐसी ही एक सीट चरथावाल भी है।
इस सीट पर दोनों दल अपना उम्मीदवार उतारने पर अड़े हैं। हाल ही में सपा की साइकिल पर सवार हुए हरेन्द्र मलिक को अखिलेश इस सीट से टिकट देना चाहते हैं, जबकि जयंत खुद इस सीट से उतरने के मूड में हैं।
सूत्रों ने बताया कि अगर सबकुछ ठीक रहा तो सपा कार्यालय से सीटों की औपचारिक घोषणा भी आज ही कर दी जाएगी। सपा फिलहाल रालोद के अलावा ओम प्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के साथ गठबंधन कर मैदान में उतर रही है।
कुछ छोटे दलों से भी बात फाइनल हो गई है लेकिन उनके प्रत्याशियों को अपने ही सिंबल पर उतारने की सपा ने तैयारी कर रखी है। ऐसे में कहा जा रहा है कि सपा कुल 50 से 55 सीटें सहयोगियों को देगी। इनमें रालोद को पश्चिमी यूपी की 25 से 30 और सुभासपा को पूर्वांचल की दर्जन भर से अधिक सीटें मिलने की उम्मीद है।