नई दिल्ली। पूरा देश कोरोना वायरस की चपेट में है। कई राज्यों में कोरोना अपनी जड़े मजबूत कर रहा है। ऐसे में कोरोना से लडऩे के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने पीएम केयर्स फंड का गठन किया और लोगों को इसमें दान करने के लिए कहा। इसके बाद लोगों ने देश के लिए अपनी तिजोरी भी खोल डाली है।
केंद्र की तरह कई राज्यों में कोरोना वायरस से लडऩे के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष का गठन किया गया है और राहत कोष में लोग अपने स्तर से मदद भी दे रहे हैं लेकिन अभी तक किसी राज्य के मुख्यंमत्री ने राहत कोष का हिसाब नहीं दिया है लेकिन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की बड़ी पहल करते हुए राज्य की जनता को ‘मुख्यमंत्री राहत कोष’ का हिसाब दे डाला है। उनके ऐसे करने से देश के अन्य राज्यों के सीएम पर दबाव बन सकता है।
बात अगर कोरोना की जाये तो इस समय 67152 लोग कोरोना वायरस की चपेट में है जबकि 2206 लोगों की इससे मौत हो चुकी है। छत्तीसगढ़ उन गिने-चुने राज्यों में से हैं जहां पर कोरोना ने दस्तक दी लेकिन वहां की स्थिति बेकाबू नहीं है। इसके साथ कई राज्यों के मुकाबले छत्तीसगढ़ में बेहतर तरीके से कोरोना से मुकाबला किया है। जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ में अब 59 लोग कोरोना की जद में है लेकिन इसमें 49 लोग ठीक होकर घर लौट चुके हैं। हालांकि राज्य में अभी दस लोग कोरोना से अब भी लड़ रहे है।
इस सब के बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यंमत्री भूपेश बघेल ने ‘मुख्यमंत्री राहत कोष’ को लेकर एक ट्वीट किया और राज्य के लोगों को इस राहत कोष का हिसाब दिया है। उन्होंने ट्वीट पूरा ब्योरा दिया है और बताया कि इस राहत कोष कितना पैसा आया है और कितना खर्च किया गया है।
उन्होंने कहा कि कि मुख्यमंत्री राहत कोष में 7 मई तक कुल 56 करोड़ 4 लाख 38 हज़ार 815 रुपए की राशि प्राप्त हुई है। उन्होंने ट्वीट किया है कि ‘मैं आप सबके बीच मुख्यमंत्री सहायता कोष का हिसाब रख रहा हूं। मैं बताना चाहूंगा कि बीते 24 मार्च से लेकर 7 मई तक मुख्यमंत्री सहायता कोष में विभिन्न दान दाताओं के द्वारा कुल 56 करोड़ 4 लाख 38 हज़ार 815 रुपए की राशि प्राप्त हुई है।
सीएम ने आगे अपनी बात रखते हुए कहा कि ‘इस फंड से कोरोना की रोकथाम एवं जरूरतमदों की सहायता के लिए राज्य के सभी जिलों को 10 करोड़ 25 लाख 30 हजार रूपए की राशि जारी की जा चुकी है। संकट के समय में आप सरकार पर इतना भरोसा जता रहे हैं तो पारदर्शिता को बरकरार रखना मेरा भी कर्तव्य है। विश्वास है आपका सहयोग आगे भी मिलेगा।