लखनऊ। देश ही नहीं पूरी दुनिया में कोरोना का प्रकोप फैला हुआ है। कोरोना की वजह से यूपी की अर्थव्यवस्था की हालत पूरी तरह से बिगड़ गई थी। इस बीच सरकार ने दावा किया है कि यूपी की अर्थव्यवस्था देश के अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर तरीके से पटरी पर लौट रही है।
इसका जिक्र करते हुए राज्य के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने दावा किया है कि पिछले साल अगस्त की तुलना में इस साल अगस्त में राज्य के कर राजस्व में 600 करोड़ रुपए की वृद्धि हुई है। इस बीच कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। प्रियंका ने कहा है कि अर्थव्यवस्था का बंटाधार कैसे हुआ वह अब धीरे धीरे पूरी तरह से सामने आ रहा है।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने लखनऊ में पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अगस्त 2019 में विभिन्न मदों में 8942 करोड़ों रुपए का का राजस्व प्राप्त हुआ था। वहीं, अगस्त 2020 में इन मदों में 9545 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है। जुलाई में भी हमने लक्ष्य का करीब 97 प्रतिशत राजस्व प्राप्त किया। वित्तमंत्री ने बताया कि अगस्त में हमने जीएसटी व वैट से बीते साल के 5126.56 करोड़ की अपेक्षा इस साल 5329.85 करोड़ रुपया का राजस्व प्राप्त किया है।
अन्य राज्यों के मुकाबले यूपी की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश देश के अन्य राज्यों के मुकाबले आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रहा है। यह तो तय है कि अगर आर्थिक स्थिति ठीक रहती है तो सारा काम ठीक हो जाता है। उन्होंने कहा कि हमको खनन के साथ ही आबकारी तथा स्टाम्प व पंजीयन विभाग से काफी राजस्व प्राप्त हो रहा है।
सुरेश खन्ना ने कहा कि यूपी में अब सिर्फ एक दिन यानी रविवार की बंदी की गई है। सरकार कोरोना के कहर से निपटने की काफी मजबूत तैयारी कर चुकी है। प्रदेश के वित्त, संसदीय कार्य तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना कोरोना वायरस के खिलाफ अभियान में सीएम योगी आदित्यनाथ की टीम के सक्रिय सदस्य हैं। वह अपनी जांच कराने के बाद होम आइसोलेट भी थे।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अर्थव्यवस्था को लेकर साधा था निशाना
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर निशाना साधा है। प्रियंका ने कहा है कि अर्थव्यवस्था का बंटाधार कैसे हुआ वह अब धीरे-धीरे पूरी तरह से सामने आ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि नोएडा में सात हजार से ज्यादा फैक्ट्रियां बंद हो चुकी हैं और लाखों लोगों के रोजगार पर ताला लग गया है।