सरकार ने दिए इशारे, जल्द शुरू हो सकता है पब्लिक ट्रांसपोर्ट

नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच सरकार ने सार्वजनिक परिवहन को जल्द शुरू करने के संकेत दिए। सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ट्रांसपोर्टरों को आश्वासन देते हुए कहा कि 24 मार्च को पहली बार लॉकडाउन की घोषणा के बाद से बंद पड़े पब्लिक ट्रांसपोर्ट का ऑपरेशन जल्द शुरू किया जा सकता है।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बस और कार ऑपरेटर्स कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडिया के सदस्यों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘गाइडलाइंस के साथ जल्द ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट को शुरू किया जा सकता है। सरकार इसी दिशा में काम कर रही है।’

उन्होंने कहा, ‘सरकार ऐसी गाइडलाइंस तैयार कर रही है, जिसके आधार पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग किया जा सके। इस दौरान यह ध्यान रखना जरूरी होगा कि कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए उठाए गए कदमों का किसी तरह से उल्लंघन न हो।’

गडकरी ने कहा- जनता के बीच भरोसा कायम करना होगा

गडकरी ने कहा, ‘ट्रांसपोर्ट और हाईवे खोलने के लिए पब्लिक के बीच भरोसे को स्थापित करना होगा। हमें यह सावधानी बरतना होगी कि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो। सुरक्षा के सभी विकल्प सुनिश्चित करना होंगे। जैसे कि हाथ धोना, सैनिटाइजेशन, फेस मास्क आदि का उपयोग।’

सरकार इंडस्ट्री की मदद के लिए पूरी तरह तैयार- गडकरी
कॉन्फेडरेशन के सदस्यों ने सरकार से पैसेंजर ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री के लिए बेलआउट पैकेज की मांग की। इस पर गडकरी ने कहा, ‘सरकार इंडस्ट्री की दिक्कतों से भलीभांति परिचित है। ऐसे में इंडस्ट्री की दिक्कतों को दूर करने के लिए सरकार पूरी तरह से सहयोग करेगी।’

गडकरी ने कहा- यह भारतीय अर्थव्यवस्था को गति देने का अवसर

गडकरी ने कहा, ‘कोरोनावायरस महामारी के कारण अर्थव्यवस्था को संकट का सामना करना पड़ रहा है। मगर इसे हमें एक अवसर के तौर पर लेना चाहिए। कोई भी चीन के साथ डील नहीं करना चाहता है। जापान के प्रधानमंत्री वहां निवेश करने के लिए मौका दे रहे हैं। ऐसे में यह भारतीय अर्थव्यवस्था को गति देने का मौका भी है।’

पब्लिक ट्रांसपोर्ट में लंदन मॉडल अपनाने पर विचार जारी- गडकरी

गडकरी ने कहा, ‘मंत्रालय पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए लंदन मॉडल को अपनाने की दिशा में विचार कर रहा है। वहां सरकार की ओर से निवेश बेहद कम होता है जबकि निजी निवेश को बढ़ावा दिया जाता है। हमारे यहां ट्रक और बस की बॉडी 5 साल में बेकार हो जाती है जबकि यूरोप में 15 साल चलती है। इस दिशा में भी सोचना चाहिए।’

गडकरी ने कहा- इंश्योरेंस सेक्टर को मदद के लिए आगे आना चाहिए
गडकरी ने कहा, ‘ऐसी स्थिति में इंश्योरेंस सेक्टर को भी मदद के लिए आगे आना चाहिए। लॉकडाउन के दौरान एक्सीडेंट कम हुए हैं। यह उनके लिए फायदेमंद साबित हुआ है। कई हाईवे प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू हो चुका है।’

50 प्रतिशत बसों को 50 फीसदी यात्रियों के साथ चलने की अनुमति

कोरोनावायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने देशभर को तीन जोन में बांटा है। इनमें ग्रीन, ऑरेंज और रेड शामिल हैं। इनमें ग्रीन जोन में 50 प्रतिशत बसों को चलाने की अनुमति दी गई है। इनमें 50 फीसदी यात्री बैठकर सफर कर सकते हैं।

महामारी के खतरे को देखते हुए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन को बढ़ाकर 17 मई तक किया गया है। इस दौरान रेलवे और फ्लाइट्स सर्विस को भी इजाजत नहीं दी गई है। हालांकि फंसे हुए प्रवासी मजदूरों को निकालने के लिए रेलवे ने करीब 100 से ज्यादा श्रमित स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं।

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