कीव। कैसे एक गुलजार शहर युद्ध के डर से सूना हो जाता है और कैसे मानव सभ्यता इससे प्रभावित होती है। इसका जीता जागता उदाहरण यूक्रेन की राजधानी कीव है। रूसी हमले के डर से लोग तेजी से पलायन कर रहे हैं। वीकेंड कर्फ्यू सोमवार को सुबह जैसे ही खत्म हुआ तो लोग रेलवे स्टेशनों की ओर दौड़ पड़े।
कोई मनमाने दाम पर टैक्सियों से स्टेशन पहुंच रहा था तो कई ऐसे परिवार भी थे, जो बैगों को घसीटते हुए पैदल ही चले जा रहे थे। कीव में लगातार एयर रेड सायरन यानी हवाई हमलों की चेतावनी देने वाले सायरन बज रहे हैं। प्रशासन का कहना है कि या तो लोग घरों के अंदर ही रहें या फिर कहीं सुरक्षित स्थान पर चले जाएं।
बीते सप्ताह की शुरुआत तक 30 लाख की आबादी वाले कीव शहर में सामान्य जनजीवन था, लेकिन आज हर किसी को अपनी जान बचाने की चिंता है। यूरोप का 7वां सबसे बड़ा शहर आज युद्ध के साये में खाली पड़ा है। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का कहना है कि हमारा हर नागरिक सैनिक है और रूस को करारा जवाब मिलेगा। उनका कहना है कि हमने रूस के 4,500 सैनिकों को अब तक मार गिराया है। इसके अलावा बड़ी संख्या में टैंकों, हेलिकॉप्टरों और अन्य साजोसामान को भी नुकसान पहुंचाया गया है।
आज रात रूस कर सकता है कीव पर बड़ा हमला
यूक्रेन की सेना का कहना है कि रूस की ओर से कीव पर कब्जे के सारे प्रयास फेल हो गए हैं। इस बीच रूस ने सीधे तौर पर कीव के लोगों को चेतावनी दी है। रूसी मीडिया के जरिए यह कहा जा रहा है कि वे शहर छोड़कर सुरक्षित ठिकानों पर निकल जाएं।
सूत्रों का कहना है कि यदि बेलारूस में फिलहाल चल रही यूक्रेन और रूस की वार्ता फेल होती है तो फिर अगला एक दिन बेहद कठिन होगा। जानकारों का कहना है कि वार्ता फेल होने की स्थिति में कीव शहर पर रूस की ओर से बड़ा हमला आज रात हो सकता है। बड़े पैमाने पर बमबारी की जा सकती है और इससे यूक्रेन को बड़ा नुकसान हो सकता है।
यूरोपियन यूनियन से जेलेंस्की ने की यूक्रेन से सदस्यता की मांग
संयुक्त राष्ट्र संघ का अनुमान है कि अब तक रूसी हमलों में यूक्रेन के 102 नागरिकों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा कुछ बच्चे भी मारे गए हैं। अब तक 1 लाख से ज्यादा नागरिकों का पलायन हो चुका है। ये लोग दूसरे देशों में शरण मांग रहे हैं। ब्रिटेन समेत कई देशों ने इस बीच यूक्रेन के लोगों को नागरिकता देने का ऐलान किया है। इस बीच वोलोदिमीर जेलेंस्की ने यूरोपियन यूनियन से यूक्रेन को सदस्यता देने की मांग की है।