सितारों ने समझाए आजादी के मायने, जिम्मेदारी का एहसास, दूसरों की मदद और स्वच्छता जरूरी

इस वर्ष हम आजादी का महापर्व यानी अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। पूरे देश में ‘घर घर तिरंगा’ अभियान चल रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार ने सूबे में साढ़े चार करोड़ तिरंगे लहराने का रिकॉर्ड बनाने का भी ऐलान किया है। यहां मुंबई में भी ‘घर घर तिरंगा’ अभियान हर तरफ देखने को मिल रहा है।

सड़कों के किनारे, घरों की छतों पर और दुकानों के सामने तिरंगा अपनी आन, बान और शान के साथ लहरा रहा है। इस मौके पर हमने हिंदी सिनेमा के कुछ सितारों से जानने की कोशिश की कि आखिर उनके लिए आजादी के मायने क्या हैं?

देश ने विकास का कीर्तिमान बनायाअमिताभ बच्चन‘भारत ने आजादी के इन 75 साल में जो अर्जित किया है, वह एक मिसाल है। देश ने हर क्षेत्र में तरक्की की है। चाहे वह आर्थिक उन्नति हो या फिर किसी और क्षेत्र में। अगर आप दुनिया के उन बाकी देशों को देखें जिनको भी आजादी मिले 75 साल हो गए हैं और देखें कि भारत ने इन 75 साल में क्या कुछ हासिल कर लिया है तो पता चल जाएगा कि भारत की क्या स्थिति है? ये सफलता ही इस पल की सबसे अच्छी अनुभूति है। इन 75 साल में भारत ने तरक्की का आसमान नापा है।’

आजादी का मतलब जिम्मेदारीदीपिका चिखलिया 
रामानंद सागर के ‘रामायण’ में सीता का किरदार निभाकर देश दुनिया में लोकप्रिय हुईं अभिनेत्री दीपिका चिखलिया कहती हैं, ‘भारत का नागरिक होने के नाते जरूरी है कि आप एक अच्छा नागरिक बनें। एक अच्छा इंसान, एक अच्छा स्टूडेंट कैसे बनेंगे, अगर आप कोई बिजनेस कर रहे हैं, तो उस बिजनेस को कैसे करेंगे । मुझे लगता है कि हर क्षेत्र में आपकी जो भी जिम्मेदारी बनती है, उसका दुरुपयोग न करें, बल्कि अपनी जिम्मेदारी निभाएं, यही मेरे लिए सच्ची आजादी होगी।’

दूसरों की मदद करके मनाएं आजादी का महापर्व: सोनू सूद 
सोनू सूद कोविड के दौरान लोगों की मदद करके गरीबों का मसीहा बन गए आज भी वह लोगों की मदद करते है। वह कहते है, ‘अपनी सामर्थ्य के अनुसार लोगो की मदद करके आजादी के इस महापर्व को मनाएं, आप बड़े आदमी और पैसे वाला बनने का इन्तजार ना करें। आप जिस भी पोजीशन में हैं, उसी पोजीशन में लोगों की मदद कर सकते हैं। मेरे लिए आजादी का पर्व साल में एक दिन नहीं, बल्कि रोज होता है।’
अभी असली ‘आजादी’ बाकी है: पलक मुछाल 
गायकी के अलावा पिछले 22 वर्षों से लोगों की सेवा करती आ रही पलक मुछाल कहती हैं, ‘हम बहुत से क्षेत्रों में आजादी पा चुके हैं, लेकिन कुछ में पाना अभी बाकी है। मुझे इंतजार है, उस दिन का जब हम जाति के भेदभाव से, भ्रष्टाचार से, रूढ़िवादी विचारों से, महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों से, भुखमरी से और बीमारी से आजाद होंगें। मुझे इंतजार है उस दिन का जब हम सम्पूर्ण रूप से आजाद होंगें।’
स्वच्छ भारत ही आजादी का महापर्व: दृष्टि धामी
छोटे परदे के कई धारावाहिकों में काम कर चुकी दृष्टि धामी कहती हैं, ‘मेरे लिए आजादी के मायने स्वच्छ भारत है। आज भी लोग अपनी इस जिम्मेदारी को नहीं समझ रहे हैं। यह आप का देश है, जिस तरह से आप अपने घर को स्वच्छ रखते हैं, उसी तरह से अपने आस पड़ोस को भी स्वच्छ रखकर देश के जिम्मेदार नागरिक बने।’
आजाद वही हुए जिनका ताल्लुक सत्ता से: राजेंद्र गुप्ता 
अभिनेता राजेंद्र गुप्ता कहते है. ‘हिंदुस्तान में बहुत सारे हिंदुस्तान बसते हैं। सबकी अपनी अपनी समस्याएं हैं। आजाद वही लोग हुए हैं, जो सत्ता से ताल्लुक रखते हैं। आम आदमी कभी भी आजाद नहीं था, वह तो बस जिंदा रहने के लिए सांस लेने की कोशिश करता है।’
मिले अपने हिसाब से जीने की आजादी: गोविंद नामदेव 
गोविंद नामदेव कहते है, ‘अगर हम आजादी के मायने की बात करें तो हर व्यक्ति को इस बात की स्वतंत्रता मिले कि वह अपनी जिंदगी को अपने हिसाब से जी सके। उसे इस बात की गारंटी सरकार के तरफ से मिले। उसे ऐसी सुविधा मिले जिससे वह अपनी जिंदगी को अपने हिसाब से एक सार्थकता प्रदान कर सकें। अगर मुझे ऐसी सुविधाएं मिल रही है, जिससे मैं अपनी जिंदगी की सार्थकता प्रदान कर सकूं और एक उद्देश्यपूर्ण जीवन जी सकता हूं , तो यह मेरे लिए आजादी के सही मायने हैं।’
आजादी का मतलब भारत मां का सम्मान: विवेक शर्मा 
निर्देशक विवेक शर्मा आजादी के मायने को लेकर कहते है, ‘मेरे लिए आजादी का मतलब भारत माता का सम्मान है। देश प्रेम, वेदों और देवों की भूमि का सम्मान और अखंड भारत का संकल्प है। भारत एक विश्वगुरु के रूप में सबके हित में खड़ा रहे। हमेशा भारत वर्ष एक परिवार की तरह एकजुट रहे, आजादी के असली मायने यही हैं।’

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here