शामली। उत्तर प्रदेश में तीनों कृषि बिलों पर किसानों का गुस्सा अभी भी बरकरार है। जिसके चलते शामली के किसान बीजेपी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए नजर आ रहे हैं। बीजेपी सरकार में गन्ना कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा गांव बधैव में पहुंचे थे। जहां पर ग्रामीणों ने सुरेश राणा व बीजेपी मुर्दाबाद के नारे लगाए हैं।
बताया जा रहा है कि सुरेश राणा गांव बधैव में प्रमोद कश्यप के घर पर पहुंचे थे। जहां वह ग्रामीणों को तीनों कृषि कानून बिलो के बारे में समझाने वाले थे। वहीं ग्रामीणों ने कृषि बिल के खिलाफ बैनर लगाये हुए थे जिन्हें पुलिस प्रशासन उतार कर ले गया है।
दरअसल आपको बता दें कि थाना आदर्श मंडी क्षेत्र के गांव बधैव में बीती रात बीजेपी के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा के खिलाफ जमकर मुर्दाबाद के नारे लगाए गए हैं। जिसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि वायरल वीडियो में गांव के ही लोग नजर आ रहे हैं। इस वीडियो में बीजेपी का कोई भी नेता या कार्यकर्ता नजर नहीं आ रहा है। लेकिन फिर भी इस तरीके से गांव में कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा का विरोध होना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
बताया जा रहा है कि बीती रात गांव बधैव में गन्ना मंत्री सुरेश राणा प्रमोद कश्यप नाम के युवक के यहां पर पहुंचे थे। जहां पर वह ग्रामीणों को तीन कृषि कानून बिलों के बारे में समझाने वाले थे। लेकिन ग्रामीणों के अनुसार यह तीनों कृषि बिल किसानों के हित में नहीं है। जिसके चलते उन्होंने तीनों कृषि बिल वापस लेने, एमएसपी की गारंटी ओर किसान एकता जिंदाबाद के बैनर भी लगाए हुए थे।
वही जब गांव में कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा पहुंचे तो ग्रामीणों ने उनका जमकर विरोध किया। ग्रामीणों का कहना है कि जब सुरेश राणा गांव में आए थे तो हम सुरेश राणा के पास बकाया गन्ना भुगतान व 107 दिन से चल रहे किसानों के धरने के बारे में वार्ता करने गए थे। लेकिन वहाँ हमारी कोई बात नहीं सुनी गई। वही तीनों कृषि बिल किसानों के हित में नहीं है। जिसके चलते बीजेपी सरकार का ग्रामीणों द्वारा पुरजोर विरोध किया जाता रहेगा। इतना ही नहीं बीजेपी का जो भी नेता हमारे गांव में आएगा उसको झंडे भी दिखाए जाएंगे।
गाँव बधैव में बीती रात कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा का विरोध कर नारेबाजी करने वाले युवक का कहना है कि हमारे गांव में कैबिनेट मंत्री सुरेश प्रमोद कश्यप के घर पर आए थे। जहां पर वह कृषि कानून बिलों के बारे में समझाने वाले थे। वही जब हम लोग बकाया गन्ना भुगतान और कृषि आंदोलन को लेकर चल रहे धरने के बारे में वार्ता करने गए तो वहां पर हमारी कोई बात नहीं सुनी गई।
जिसके चलते ग्रामीणों ने सुरेश राणा मुर्दाबाद और बीजेपी मुर्दाबाद के नारे लगाए हैं। वहीं ग्रामीणों द्वारा बीजेपी के खिलाफ किए गए नारेबाजी में अब राजनीति शुरू हो गई है जिसके चलते किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सवित मलिक आपने कई कार्यकर्ताओं के साथ गांव बधैव में पहुंचे और वहां पर किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए बताया कि जब तक तीनों कृषि बिल वापस नहीं होते हैं तब तक बीजेपी का विरोध जारी रहेगा।