नई दिल्ली। सुशांत सिंह राजपूत की मौत को ढाई महीने का वक्त बीत चुका है। यह आत्महत्या है या मर्डर? यह गुत्थी सुलझाने के लिए सीबीआई 9 दिन से जांच कर रही है। इस बीच शनिवार सुबह अभिनेता की यूएस बेस्ड बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें खुद को अस्पताल का कर्मचारी बताने वाला एक शख्स सुशांत के गले पर निशान और उनका पैर टूटे होने का दावा कर रहा है। श्वेता ने ट्वीट किया- ‘हे भगवान। उन्होंने मेरे भाई के साथ क्या किया? प्लीज उन्हें गिरफ्तार करो।’
सुशांत के गले पर सुई जैसे निशान थे?
श्वेता ने जो वीडियो शेयर किया है, वह न्यूज नेशन की खबर का हिस्सा है। इसमें खुद को अस्पताल का कर्मचारी बताने वाला व्यक्ति कह रहा है, “हमको इतना ही मालूम था कि यह मर्डर है। गले पर सुई जैसे 15-20 निशान थे। जैसे उन्हें सुइयां चुभोई गई हों। उनके गले पर टेप चिपका हुआ था। मैंने उन्हें एम्बुलेंस के अंदर ले गया था। श्मशान घाट तक ले गया था। उनकी टांग टूटी हुई थी। जब उनकी बॉडी कूपर हॉस्पिटल आई तो उनका पैर मुड़ा हुआ था।”
रिया चक्रवर्ती ने मांगी थी माफी
इस कर्मचारी ने बताया, ‘रिया चक्रवर्ती जब आई थीं तो उनके साथ दो आदमी थे। एक लंबे बाल वाला आदमी था। उसने मुझसे पूछा था कि बॉडी दिखा सकते हो क्या? मैंने बॉडी दिखाई थी, तब उन्होंने माफी मांगी थी। और भी कुछ बोल रही थीं। लेकिन तब मुझे बाहर भेज दिया था। 25 मिनट तक वो अंदर थीं और माफी मांग रही थीं। बड़े-बड़े डॉक्टर भी बोल रहे थे कि यह मर्डर है। ये फांसी (सुसाइड) नहीं है।”
सुशांत की बॉडी पीली पड़ गई थी
इस कर्मचारी ने बताया कि सुशांत की बॉडी पीली पड़ चुकी थी। हम बॉडी देखकर पहचान लेते हैं। फांसी की बॉडी कभी पीली नहीं पड़ेगी। सीने और पैर के ऊपर पीले निशान थे। दोनों तलवों पर भी सुई चुभाने जैसे 3-4 निशान थे।” कूपर हॉस्पिटल की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सुशांत की मौत की वजह सुसाइड बताई गई थी। जबकि उनकी बॉडी पर किसी भी तरह के निशान से इनकार किया गया। विसरा रिपोर्ट में भी यही कहा गया था कि सुशांत की मौत फांसी के बाद दम घुटने से हुई है।
गले पर लिगेचर मार्क की बात सामने आ चुकी
पिछले दिनों एक्टर की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई थी, जिनकी कॉपी दैनिक भास्कर के पास मौजूद है। रिपोर्ट के मुताबिक- सुशांत के गले पर 33 सेमी लंबा ‘लिगेचर मार्क था। बोलचाल की भाषा में ‘गहरा निशान’ कहते हैं। आमतौर पर ये ‘यू’ शेप में होता है। जो बताता है कि गले पर रस्सी या ऐसी ही किसी चीज से भारी दबाव पड़ा। इसके बाद सुशांत के पिता के वकील विकास सिंह ने सवाल खड़े किए। सिंह ने कहा था, ‘जिन बातों का मौत के वक्त जिक्र किया गया था, उनकी डिटेल ऑटोप्सी रिपोर्ट में क्यों नहीं है? ऑटोप्सी रिपोर्ट में मौत का वक्त तक नहीं बताया गया। आखिर, ऐसा क्यों किया गया?
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की जांच कर रही है एम्स की टीम
एम्स ने सुशांत की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की जांच के लिए पांच एक्सपर्ट्स का पैनल बनाया है। सीबीआई ने रिपोर्ट पर एम्स से राय देने को कहा था। एम्स के फॉरेंसिंक हेड डॉ. सुधीर गुप्ता इस टीम को लीड कर रहे हैं।