स्किन कलर नहीं बल्कि 1917 के नियम ने रोकी मेगन के बेटे की प्रिंस बनने की राह

नई दिल्ली। ब्रिटेन के प्रिंस हैरी और उनकी पत्नी मेगन मर्केल का एक टीवी इंटरव्यू इन दिनों सुर्खियों में है। इस इंटरव्यू के बाद ब्रिटेन के शाही परिवार पर नस्लभेद के आरोप लग रहे हैं। इसे लेकर शाही परिवार को भी सफाई जारी करनी पड़ी।

मशहूर टीवी पर्सनालिटी ओपरा विनफ्रे को दिए इंटरव्यू में मेगन ने दावा किया कि शाही परिवार उनके बेटे आर्ची को प्रिंस नहीं बनाना चाहता था, क्योंकि उसके जन्म से पहले उन्हें डर था कि कहीं उसका रंग ब्लैक न हो। इसे लेकर आर्ची के जन्म से पहले शाही परिवार ने प्रिंस हैरी से चर्चा की थी। हालांकि मेगन ने इंटरव्यू में उस शख्स का नाम नहीं बताया, जिसने इस बात का डर जताया था।

मेगन मर्केल ने इंटरव्यू में जो दावा किया वो कितना सही है? क्या उनके बेटे को रंग की वजह से ही प्रिंस की उपाधि नहीं मिली या कोई और भी वजह थी? अगर आर्ची प्रिंस बनते तो शाही परिवार में उनके राजगद्दी पर बैठने की कितनी संभावना थी? आइये जानते हैं…

क्या हैरी और मेगन के बेटे के साथ शाही परिवार ने गलत किया?

ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ-II के हैरी-मेगन के बेटे आर्ची समेत कुल नौ परपोते-पोतियां हैं। इनमें से सिर्फ प्रिंस हैरी के बड़े भाई प्रिंस विलियम्स के तीन बच्चों को ही प्रिंस और प्रिंसेस की उपाधि मिली है।

दरअसल, 1917 में प्रिंस विलियम और प्रिंस हैरी के परदादा किंग जॉर्ज पंचम ने एक नियम बनाया। इस नियम में शाही परिवार के सदस्‍यों को मिलने वाली प्रिंस और प्रिंसेस की उपाधि की संख्‍या सीमित कर दी गई। इसमें कहा गया कि राजगद्दी पर जो भी होगा, उसके बेटों को प्रिंस की उपाधि दी जाएगी। राजा या महारानी के सबसे बड़े बेटे (मौजूदा दौर में प्रिंस चार्ल्स महारानी के बड़े बेटे हैं) के बेटों (अभी के दौर में प्रिंस विलियम और हैरी) को भी ये उपाधि मिली। इसी तरह बड़े पोते के बेटे (अभी के दौर में प्रिंस विलियम के बड़े बेटे प्रिंस जॉर्ज) को ही उपाधि मिलेगी।

हालांकि, महारानी चाहें तो इस नियम में बदलाव कर सकती हैं। 2012 में महारानी एलिजाबेथ-II ने नियम में बदलाव किया। उन्होंने प्रिंस विलियम के सभी बच्चों को प्रिंस और प्रिंसेस की उपाधि देने का आदेश जारी किया। 2015 में प्रिंस विलियम के बेटे जॉर्ज को प्रिंस का टाइटल मिला। इसके बाद उनकी बहन प्रिंसेस शर्ले और भाई प्रिंस लुई को भी यह उपाधि दी गई।

जॉर्ज पंचम के बनाए नियम के मुताबिक आर्ची प्रिंस नहीं हो सकते, लेकिन जैसे ही प्रिंस हैरी के पिता प्रिंस चार्ल्स राजा बनेंगे तो आर्ची राजा के बेटे के बड़े बेटे होने के नाते प्रिंस की उपाधि पा सकते हैं।

मेगन मर्केल ने अपने इंटरव्यू में कहा कि उनसे कहा गया कि वो लोग आर्ची के लिए परंपरा को बदलना चाहते हैं। हालांकि ये साफ नहीं है कि वो ऐसा क्यों कह रही थीं। यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के बॉब मारिस ने एजेंसी से कहा कि प्रिंस चार्ल्स शाही परिवार के छोटे आकार के पक्षधर हैं। ऐसे में चार्ल्स के राजा बनने के बाद आर्ची को प्रिंस की उपाधि मिल ही जाए, ऐसा नहीं कह सकते।

आर्ची के जन्म के वक्त उन्हें लॉर्ड का खिताब दिया जा सकता था। उस वक्त ये खबरें आईं कि प्रिंस हैरी और मेगन ने आर्ची के लिए लॉर्ड की उपाधि नहीं लेने का फैसला किया था। हालांकि अपने इंटरव्यू में मेगन ने कहा कि ये हमारा फैसला नहीं था।

आर्ची को मिलने वाली उपाधि से फर्क क्या पड़ता?

मेगन मर्केल ने अपने इंटरव्यू में कहा कि बिना किसी टाइटल के आर्ची को किसी तरह की सिक्योरिटी नहीं मिलेगी, लेकिन प्रिंस और प्रिंसेस जैसे शाही टाइटल मिलते ही सिक्योरिटी दिए जाने का कोई नियम नहीं है। केवल फुल टाइम वर्किंग रॉयल्स को ही पुलिस बॉडीगार्ड मिलते हैं। शाही परिवार के ऐसे सदस्य जो परिवार के बाहर रहकर जॉब करते हैं, उन्हें सिक्योरिटी नहीं मिलती। जैसे प्रिंस एड्रयू की बेटी प्रिंसेस बैट्रिक और प्रिंसेस यूजेन।

प्रिंस बनने पर आर्ची के राजगद्दी पर बैठने की कितनी संभावना थी?

आर्ची प्रिंस बनते तो वो राजगद्दी के दावेदारों में सातवें नंबर पर होते। महारानी एलिजाबेथ के बाद प्रिंस चार्ल्स राजगद्दी पर बैठेंगे। इसके बाद प्रिंस विलियम और उनके तीन बच्चों का नंबर आता है। प्रिंस हैरी दावेदारों में छठवें और उनके बेटे आर्ची सातवें नंबर पर आते हैं।

इस मामले में शाही परिवार का क्या कहना है?

इस इंटरव्यू के बाद बकिंघम पैलेस ने आरोपों का जवाब नहीं दिया। केवल महारानी की ओर से एक बयान जारी किया गया है। इसमें कहा गया, “शाही परिवार को ये जानकर दुख हुआ है कि पिछले कुछ साल हैरी और मेगन के लिए कितने चुनौतीपूर्ण रहे। दोनों के उठाए मुद्दे, खासतौर पर नस्ल से जुड़ा मामला चिंताजनक है। हो सकता है कि लोगों को कुछ चीजें अलग तरीके से याद हों, लेकिन उन्हें बहुत गंभीरता से लिया गया है। शाही परिवार में इस पर निजी रूप से बात की जाएगी। शाही परिवार के सदस्य हैरी, मेगन और उनके बेटे आर्ची से हमेशा बहुत प्यार करेंगे।”

पिछले साल हैरी-मेगन ने छोड़ी थी शाही उपाधि

महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पोते हैरी और मेगन ने पिछले साल मार्च में फ्रंटलाइन रॉयल ड्यूटी छोड़ दी थी और अब कैलिफोर्निया में रहते हैं। पिछले साल जनवरी में ही दोनों ने ड्यूक ऑफ ससेक्स और डचेस ऑफ ससेक्स की शाही उपाधि छोड़ने का ऐलान किया था।

प्रिंस हैरी और मेगन ने 2018 में की थी शादी

बता दें कि प्रिंस हैरी और मेगन ने मई 2018 में शादी की थी। उनके बेटे आर्ची का जन्म 2019 में हुआ था। जल्द ही दोनों दूसरी बार माता-पिता बनने वाले हैं। उन्होंने बताया है कि उन्हें इस बार लड़की होगी।

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