स्वतंत्र देव ने संगठन के काम से किया किनारा, सुनील बंसल के हाथ कमान

लखनऊ। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का कार्यकाल पूरा हो चुका है। अब वो योगी कैबिनेट में एक बड़े विभाग के मंत्री हैं। इसलिए संगठन के काम काज से थोड़ी दूरी बना ली है। संगठन की कमान संभाल रहें सुनील बंसल, अध्यक्ष वाली जिम्मेदारी भी संभालने लगे हैं।

ऐसा हम यूं ही नहीं कह रहे। इसके पीछे दो बड़ी वजहें भी हैं। पहली, स्वतंत्र देव सिंह पार्टी पदाधिकारियों के बजाय अपने विभाग के अधिकारियों के साथ बैठकें कर रहें है। दूसरी, मोदी सरकार के 8 साल पूरे होने के जो तमाम कार्यक्रम हो रहे हैं, उन सबकी बागडोर सुनील बंसल संभाल रहे हैं।

प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए।
प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए।

नए बॉस के आने तक सुनील बंसल के हाथ होगी कमान

भाजपा उत्तर-प्रदेश में मोदी सरकार के 8 साल के पूरे होने पर तमाम कार्यक्रम कर रही है। इन कार्यक्रमों की रूप-रेखा और संचालन की जिम्मेदारी संगठन महामंत्री सुनील बंसल के हाथों में है। जून में पार्टी के कार्यक्रमों और पदाधिकारियों के साथ संभावित बैठकों को सुनील बंसल ही संबोधित करेंगे। सूत्रों ने बताया कि सुनील बंसल उस वक्त तक उत्तर प्रदेश भाजपा की कमान अपने हाथ में संभाले रहेंगे। जब तक प्रदेश को नया अध्यक्ष नहीं मिल जाता है।

स्वतंत्र देव सिंह को योगी सरकार 2.0 में जल शक्ति मंत्रालय की बड़ी जिम्मेदारी दी गई है।
स्वतंत्र देव सिंह को योगी सरकार 2.0 में जल शक्ति मंत्रालय की बड़ी जिम्मेदारी दी गई है।

स्वतंत्र देव सिंह संभाल रहे हैं एक साथ तीन-तीन जिम्मेदारियां

भाजपा के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह योगी सरकार में जल शक्ति मंत्री है। इस अहम और बड़े विभाग के अलावा उन्हें विधान परिषद में भी जिम्मेदारी दी गई है। स्वतंत्र देव सिंह को विधान परिषद में नेता सदन भी बनाया गया है। उनके पास एक साथ तीन-तीन जिम्मेदारियां हैं। भारतीय जनता पार्टी की नीतियों के मुताबिक एक व्यक्ति को एक ही पद मिल सकता है। ऐसे में यह तय है कि स्वतंत्र देव सिंह लंबे समय तक भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नहीं रहेंगे। जल्द ही उनकी जगह नए प्रदेश अध्यक्ष जिम्मेदारी संभालेंगे।

जुलाई तक तय होगा यूपी भाजपा अध्यक्ष का नाम
खबर है कि पार्टी को नए अध्यक्ष के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा। भाजपा सूत्रों का दावा है कि भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष चुनने में कोई खास जल्दबाजी नहीं कर रहा हैं। राज्यसभा चुनाव और अब विधान परिषद के चुनाव के बाद ही अध्यक्ष के लिए नए नामों पर चर्चा होगी। दावा तो यह भी है कि जून के बाद जुलाई में उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष चुना जाएगा। अब नया प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा, इस नाम को लेकर मंथन अभी भी जारी है।

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