हरदोई। जबसे हरदोई वालों को यह पता चला है कि पांचवीं पीढ़ी के बेहद उन्नत लड़ाकू विमान राफेल की पहली खेप में मिले 05 विमानों को लाने वालों में एक विंग कमांडर अभिषेक त्रिपाठी भी हैं तब से जिले में खुशी की लहर है। राफेल को लाने के लिए उन्होंने फ्रांस में विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया। अभिषेक ने सोमवार को राफेल के साथ फ्रांस से उड़ान भरी। बुधवार को वह वायुसेना के अम्बाला एयरबेस पर राफेल की लैंडिंग करेंगे।
संडीला के मोहल्ला बरौनी निवासी सोशल एक्टिविस्ट अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि उनके चार चाचा जयपुर (राजस्थान) में रहते हैं। उनमें अनिल त्रिपाठी के बेटे अभिषेक वायुसेना में विंग कमांडर हैं। चाचा अनिल वहां सरकारी सेवा में हैं, लिहाजा अभिषेक की शिक्षा-दीक्षा जयपुर में ही हुई लेकिन वह अपनी मूल जड़ों से कटे बिल्कुल नहीं हैं। पारिवारिक मांगलिक कार्यक्रमों के अलावा भी अभिषेक संडीला आते रहते हैं।
हालांकि, एयरफोर्स की सेवा में जाने के बाद अभिषेक को अधिक अवकाश नहीं मिल पाता है। अनुराग कहते हैं कि आसमान में भारत की ताकत को नए आयाम देने आ रहे राफेल को उनका छोटा भाई उड़ाकर ला रहा है जिससे वह गर्व का अनुभव कर रहे हैं और पूरे परिवार को इस उपलब्धि पर नाज है।
पिछले साल अक्टूबर में जब भारत को पहला राफेल विमान मिला था तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस जाकर राफेल विमान की पूजा-अर्चना की थी। इसके बाद से ही भारतीय वायुसेना के 12 पायलट राफेल उड़ाने का प्रशिक्षण ले रहे थे, जिनमें हरदोई के अभिषेक भी शामिल थे। अब जब कल पहली खेप में पांच राफेल विमान फ्रांस में मिले और पांच पायलटों ने भारत के लिए उड़ान भरी तो उनमें एक विंग कमांडर अभिषेक त्रिपाठी भी हैं। ये विमान अपनी खूबियों को लेकर सुर्ख़ियों में हैं। अभिषेक की उपलब्धि पर यहां उनके बड़े भाई अनुराग त्रिपाठी को लगातार बधाई मिल रही हैं।