लखनऊ। सोशल मीडिया, इलेक्ट्रानिक मीडिया और अखबारों का गलत प्रयोग करते हुए इसे अफवाहें फैलाने और फेक न्यूज फैलाने के काम लाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इन खबरों को छापने वालों को देशद्रोहियों की लिस्ट में शामिल किया। उल्लेखनीय है कि लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में सोमवार को बियोंड फेक न्यूज कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव मौजूद रहे।
वहीं एक अन्य सत्र में डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और डीजीपी ओपी सिंह भी शामिल रहे। कार्यक्रम के दौरान अखिलेश फेक न्यूज के जरिये मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। अखिलेश ने कहा कि फेक न्यूज फैलाने वाले राष्ट्रद्रोही हैं। लोग राष्ट्र के नाम पर फेक न्यूज को बढ़ावा दे रहे हैं। ये एंटी नेशनल लोग हैं। फेक न्यूज को लोग इसे प्रोपोगेंडा बनाकर पेश करते हैं। साथ ही कहा कि फेंकू शब्द फेक न्यूज से ही ईजाद हुआ है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर भी निशाना साधा। अखिलेश ने कहा कि बीते दिनों व्हाट्सएप प पर ग्रुप बीजेपी के एक अध्यक्ष ने उनकी फोटो वायरल की।
फोटो में दिखाया गया कि अखिलेश अपने पिता मुलायम को पीट रहे हैं। फेक न्यूज पर आगे अखिलेश ने कहा कि एक बार अखिलेश की अपनी मां को मारते हुए भी खबर वायरल हुई थी। फेक न्यूज के जरिये कुछ लोग सोशल मीडिया पर जनता को मुद्दों को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। अखिलेश ने कहा कि जब तक बुरे को बुरा न कहें, तब तक बुराई नहीं खत्म हो सकती। अब वे दुख की सीमाएं लांघ चुके हैं। वे विकास कर जीतना चाहते हैं बकवास कर नहीं।
उन्होंने कहा कि उनकी विचारधारा समाज को जोड़ने की है। बहुत से दल सपा और बसपा का गठबंधन चाहते हैं। उन्होंने इस मौके पर अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपील की कि भाजपा के लोग चुनाव के दौरान नेटवर्क स्लो कर सकते हैं। अब सोशल मीडिया पर भी सब लोग जागरुक हो गए हैं। कुछ दिन पहले मथुरा में बंदरों के बढ़ते आतंक पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि हनुमान चालीसा का पाठ करें।
इस पर तंज कर अखिलेश ने कहा कि हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा, तो इससे ज्यादा बंदर आ जाएंगे। कार्यक्रम का उद्घाटन डिप्टी सीएम दिनेश शर्माने किया। उनके साथ मंच पर डीजीपी ओपी सिंह मौजूद रहे। दिनेश शर्मा ने कहा कि कुंभ के कारण बोर्ड परीक्षा की तारीख में बदलाव फेक न्यूज है। उनका कहना है कि इस तरह का बयान उन्होंने नहीं दिया लेकिन सोशल मीडिया पर यह झूठ फैलाया जा रहा है।