लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय केंद्र (जेपी सेंटर) को बेचने का प्रस्ताव शासन को भेजा है। इसकी कीमत 1642.83 करोड़ रुपए तय की गई है। लेकिन, अब इस मसले पर सियासत शुरू हो गई है।
सपा के पूर्व मंत्री व पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अभिषेक मिश्र ने कहा कि वर्तमान सरकार पिछली सरकारों द्वारा बनाई गई इमारतों को बेचने की कोशिश कर रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार को इस पर फिर से विचार करना चाहिए। पूर्व मंत्री ने यहां तक कह डाला कि 2022 के चुनाव में सपा सरकार बनने पर जेपी सेंटर को खरीदने वाले की जांच कराई जाएगी।
881 करोड़ रुपए आया था निर्माण पर खर्च
साल 2012-17 के अखिलेश यादव की सरकार में जेपी सेंटर बनाने में 881.36 करोड़ रुपए खर्च आया था। लेकिन अभी यह अधूरा है। जब लखनऊ विकास प्राधिकरण को पूरा करने के लिए कहा गया तो बजट न होने की बात कही गई। इसके बाद एलडीए जेपी सेंटर को बेचने की कीमत 1642.83 करोड़ रुपए लगाते हुए प्रस्ताव आवास विकास को भेज दिया है। प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है बचे हुए प्रोजेक्ट को पूरा करने में 130.60 खर्च होंगे जो विकास प्राधिकरण के पास नहीं है।
सेंटर का संचालन न होने से मशीनें व उपकरण भी हो रहे खराब
प्रशासन ने पूर्व निर्धारित बजट के अनुसार ही काम पूरा करने के लिए कहा। जिस पर एलडीए ने अपनी असहमति जाहिर की। पिछले महीने अफसरों ने इसका निरीक्षण किया और इसे बेचने का सुझाव दिया। इसके बाद एलडीए ने बेचने का प्रस्ताव बनाकर प्रशासन को भेज दिया है।
सेंटर का संचालन नहीं होने से मशीनें और उपकरण भी खराब हो रहे हैं। अधिशासी अभियंता आनंद मिश्रा के अनुसार एक सप्ताह पहले सेंटर को बेचने का प्रस्ताव आवास विकास को भेजा दिया गया है, आगे का फैसला शासन करेगा।
मल्टी लेवल पार्किंग व हैंगिंग स्विमिंग पूल है बना
करीब 75,464 वर्ग मीटर बने जेपी सेंटर में एक ओलंपिक साइज का स्विमिंग पूल, लॉन टेनिस कोर्ट, स्क्वाश कोर्ट भी शामिल है। इसके अलावा 1000 वाहनों की मल्टी लेवल पार्किंग साथ ही सेंटर में बने म्यूजियम ब्लॉक में जयप्रकाश नारायण से जुड़ी चीजें रखी गई हैं।
जेपी सेंटर की गेस्ट हाउस में 103 लग्जरी कमरे, साथ में 7 सूट हेल्थ सेंटर, रेस्टोरेंट्स, 7 फुट बाहर लटकता स्विमिंग पूल और हेलीपैड है। इसके अलावा कन्वेंशन ब्लॉक में 2000 लोगों के बैठने की क्षमता वाला हाल है। साथ ही 1000 लोगों के बैठने की क्षमता का ऑडिटोरियम है। इसके अलावा भी कई बड़े सेमिनार हॉल हैं।