लखनऊ। अखिलेश यादव 14 और 15 दिसंबर को जौनपुर में रहेंगे। जौनपुर की 9 विधानसभा में समाजवादी विजय रथ से जाएंगे। हालांकि, जौनपुर आगमन से पहले अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर भाजपा पर निशाना साधा है। सियासी तंज कसते हुए अखिलेश यादव ने जौनपुर के मेडिकल कॉलेज को आधुनिक खंडहर बताया है। अखिलेश यादव ने जौनपुर में बन रहे मेडिकल कॉलेज का एक वीडियो भी साझा किया है।
जनता भाजपा का इलाज करेगी
अखिलेश यादव ने लिखा है, ये है आधुनिक खंडहर! भाजपा के राज में जौनपुर मेडिकल कॉलेज अभी तो खुद बिस्तर पकड़े हुआ है…पता नहीं कब ये जनता का इलाज करने लायक होगा…अब बाइस के चुनाव में जनता भाजपा का इलाज करेगी।
पीएम मोदी ने किया था वर्चुअल उद्घाटन
जौनपुर के मेडिकल कॉलेज का वर्चुअल उद्घाटन 25 अक्टूबर को पीएम ने सिद्धार्थनगर से किया था। मेडिकल कॉलेज की नींव 27 सितंबर 2014 को अखिलेश यादव द्वारा रखी गई थी। बजट के लिए 554 करोड़ रुपए की राशि भी तय की गई थी। भाजपा सरकार बनने के बाद मेडिकल कॉलेज का नाम बदलकर उमानाथ सिंह स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय कर दिया गया था। मेडिकल कॉलेज का काम अभी तक सौ प्रतिशत पूरा नहीं हुआ है। कई बिल्डिंग ऐसी हैं जिनका काम अभी तक चल रहा है। कुछ तलों पर ज्यादातर काम अभी बाकी ही है।
हालांकि, मेडिकल कॉलेज के उद्घाटन के बावजूद ओपीडी अभी जिला चिकित्सालय से सम्बद्ध की गई है। इतना समय बीत जाने के बाद मेडिकल कॉलेज में OPD अब तक शुरू नहीं हुई है। 500 बेड की क्षमता वाले मेडिकल कॉलेज में अभी इलाज शुरू नहीं हुआ है।
जौनपुर के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे अखिलेश
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का विजय रथ 14 और 15 दिसंबर को जौनपुर आ रहा है। वह जिले की सभी नौ विधानसभाओं में जाएंगे। इस दौरान वे 5 सभाओं को संबोधित भी करेंगे। आगामी चुनाव को देखते हुए इस बार सभी राजनीतिक दल पूर्वांचल साधने में लगे हैं। अखिलेश यादव ने इसके लिए कई छोटी पार्टियों से गठबंधन भी किया है।
2007 से 2019 तक जिसने पूर्वांचल में ज्यादा सीटें जीतीं, उसी दल ने सत्ता पर कब्जा किया। बसपा और सपा ने भी 40 से 45 प्रतिशत तक सीटें पूर्वांचल से ही जीत कर सत्ता हासिल की थी।
जौनपुर रहा है सपा का गढ़
जौनपुर में वर्तमान में 9 सीट में से 3 सीट सपा के खाते में है। शाहगंज के ललई यादव और मछलीशहर में जगदीश सोनकर ने 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा ने जीत हासिल की थी। 2019 में मल्हनी विधानसभा में हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के लकी यादव ने चुनाव जीता था। इससे पहले 2012 के विधानसभा चुनाव में सपा के पास 7 सीट थी। दरअसल, यहां यादवों की तादाद अच्छी संख्या में है। हालांकि, सपा के सीनियर लीडर पारसनाथ यादव की मृत्यु के बाद सपा को यहां तगड़ा झटका लगा है।